लगता है सुब्रत को जेल में मजा आने लगा है: कोर्ट
सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत राय के जेल से निकलने के लिए ठोस प्रयास न करने पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि लगता है उन्हें (सुब्रत राय) जेल में मजा आने लगा है। हम देख रहे हैं कि उन्होंने जो भी कोर्ट में पेश...
सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत राय के जेल से निकलने के लिए ठोस प्रयास न करने पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि लगता है उन्हें (सुब्रत राय) जेल में मजा आने लगा है। हम देख रहे हैं कि उन्होंने जो भी कोर्ट में पेश किया है वह सब पेपर वर्क है, पैसा कहां है। कोर्ट ने शुक्रवार को ये टिप्पणियां उस वक्त की जब राय के वकील ने कोर्ट के बताया कि वह संपत्तियां बचने के प्रयास कर रहे हैं, लेकिन बैंक ऑफ चाइना पीछे हट गया है।
सहारा के वकील गणेशन ने कोर्ट को बताया कि रियल्टी मार्केट में असाधारण मंदी चल रही है जिससे उन्हें संपत्तियां की सही कीमत नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ संपत्तियों पर बात बनी है और उसके लिए खरीदारों ने पोस्ट डेटेड चेक दिए हैं। इस पर कोर्ट ने कहा कि ऐसे चेकों की कोई कीमत नहीं है। आप सिर्फ पेपर वर्क दिखा रहे हैं। हमें इससे कोई मतलब नहीं है, पैसा लाइए। कोर्ट ने कहा कि आपके रवैये से ऐसा लगता है कि आप जेल से निकलने में दिलचस्पी नहीं रखते। आप वहां आराम से हैं। नहीं तो आप पैसा जरूर जमा करते और बाहर आते। आखिर आजादी पैसे से ज्यादा नहीं है।
जस्टिस टीएस ठाकुर ने कहा कि मार्केट यदि डाउन भी है तो आप आजादी के लिए संपत्ति को कुछ फीसद नीचे भी बेच सकते हैं और बाहर आ सकते हैं, आखिर आप प्रतीक्षा क्यों कर रहे हैं। कोर्ट ने सहारा के वकील गणेशन से कहा कि आप उन्हें इंडस्ट्री के कैप्टन बता रहे हैं तो फिर कैप्टन अंदर क्यों बैठा है उसे बाहर लाइए। गौरतलब है कि सुब्रत राय 4 मार्च से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं।
जब्त पैसा कर्मचारियों की वेतन का था : सुनवाई के दौरान कोर्ट ने सहारा के दफ्तरों पर मारे गए आयकर छापों में जब्त 140 करोड़ रुपये के बारे में पूछा तो सुब्रत के वकील गणेशन ने कहा कि वह सहारा के कर्मचारियों की तनख्वाह का पैसा था। क्योंकि पिछले तीन माह से उन्हें वेतन नहीं दिया गया है। कोर्ट ने कहा कि यदि ये वेतन था तो बांटा क्यों नहीं गया और दिल्ली क्यों लाया गया? कोर्ट ने पूछा कि स्टाफ दिल्ली में रहता है या कहीं ओर? इस पर वकील ने कहा कि ज्यादातर स्टाफ लखनऊ और दिल्ली में है। इस पर कोर्ट ने पूछा कि पैसा दिल्ली क्यों लाया गया? अंत में सहारा की तरफ से पेश वकील ने शुक्रवार तक का समय मांगा और कहा कि वह पांच हजार करोड़ रुपये कैश तथा पांच हजार करोड़ की बैंक गारंटी के ठोस कागज कोर्ट को दिखाएंगे।