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आनंद विहार में रेलवे के इंतजाम दिखे नाकाफी

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भीड़ की धक्कामुक्की में बुजुर्ग के जान गंवाने के बाद भी रेलवे प्रशासन गंभीर नहीं हुआ। आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर इस तरह के हादसों से बचने के लिए किए गए इंतजाम नाकाफी दिखाई...

आनंद विहार में रेलवे के इंतजाम दिखे नाकाफी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 25 Oct 2014 10:41 PM
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नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भीड़ की धक्कामुक्की में बुजुर्ग के जान गंवाने के बाद भी रेलवे प्रशासन गंभीर नहीं हुआ। आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर इस तरह के हादसों से बचने के लिए किए गए इंतजाम नाकाफी दिखाई दिए। प्लेटफार्म पर पुलिसकर्मियों की मौजूदगी के बावजूद कई लोग जान जोखिम में डालकर रेलवे ट्रैक पार करते दिखाई दिए। इस बारे में बात करने पर आनंद विहार स्टेशन अधीक्षक यशवीर सिंह ने कहा कि भारी भीड़ को देखते हुए बिहार रूट पर तीन स्पेशल ट्रेनें चलाई गई हैं और एक ट्रेन को रिजर्व रखा गया है।


प्लेटफॅार्म पर भीड़ को रोकने के लिए बांधी गई रस्सी
आनंद विहार रेलवे स्टेशन सबसे ज्यादा भीड़ बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश व झारखंड जाने वाले लोगों की थी। प्लेटफॉर्म नंबर-2 पर लगे पिलरों में रस्सी बांधी गई थी, जिससे भीड़ को प्लेटफॉर्म के सिरे तक जाने से रोका जा सके।

कहीं कोई अवरोध नहीं, लोग प्लेटफॉर्म के सिरे पर खड़े
प्लेटफॉर्म नंबर-1 पर भीड़ को रोकने के कोई इंतजाम नहीं थे। रस्सी या कोई अवरोध नहीं होने के चलते लोग प्लेटफॉर्म के सिरे तक खड़े होकर ट्रेन का इंतजार करते दिखाई दिए। प्लेटफॉर्म पर पुलिसकर्मी मौजूद थे लेकिन लोगों को रोक नहीं रहे थे।


जान जोखिम में डालकर ट्रैक पार करते रहे लोग, पुलिसकर्मी मौन
ट्रेन के इंतजार में लोग रेलवे स्टेशन पहुंचे तो गलत जानकारी की वजह से दूसरे प्लेटफॉर्म पर पहुंच गए। प्लेटफॉर्म बदलने के लिए लोग सीढ़ियों या पुल का इस्तेमाल करने के बजाय जान जोखिम में डालकर रेल ट्रैक पर उतरते रहे प्लेटफॉर्म बदलते रहे। इस दौरान वहां पलिसकर्मी मौजूद थे लेकिन मौन अवस्था में वह लोगों को ट्रैक पर उतरने से रोकने की कोशिश तक करते दिखाई नहीं दिए।

बेंच नहीं होने से घंटों प्लेटफॉर्म पर बेठने को मजबूर
प्लेटफॉर्म पर भीड़ अधिक व बेंचों की संख्या न के बराबर। ऐसे में यात्राियों की दुर्गति हो गई। ट्रेन के इंतजार में लोगों को घंटों प्लेटफॉर्म व जमीन पर ही बैठना पड़ा। स्टेशन के बाहर भी लोगों की भारी भीड़ सड़क किनारे बैठ ट्रेनों के आवागमन संबंधी उद्घोषणा सुनते रहे।
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दिवाली व छठ में बिहार, झारखंड व पूर्वी उत्तर प्रदेश जाने वालों की तादाद लाखों में है। इसके बावजूद इस रूट पर चलने वाली ट्रेनें नाकाफी हैं। भीड़ को रोकने के लिए ट्रेनों की संख्या में बढ़ोतरी जरूरी है।
सतेंद्र पासवान, निवासी कासना ग्रेटर नोएडा
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आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर रोजाना लाखों लोग आते हैं लेकिन भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए ठोस इंतजाम नहीं है। प्लेटफॉर्म पर पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाए जाने की आवश्यकता है।
वीरेन्द्र सिंह, निवासी लक्ष्मी नगर, दिल्ली
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काफी मारामारी के बाद टिकट मिला है लेकिन परिवार के साथ रेलवे स्टेशन पहुंचे तो पता चला कि ट्रेन कई घंटे लेट है। प्लेटफॉर्म पर बेंच तक की व्यवस्था नहीं है जिसके चलते जमीन पर बैठने को मजबूर हैं।
एसके पांडेय, निवासी पालम, दिल्ली
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ट्रेनों की लेटलतीफी के बीच महिलाओं को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। न बैठने की व्यवस्था है और न ही शौचालय। रेल प्रशासन को इस ओर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।
अनीता पांडेय, निवासी दिल्ली

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