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डाकघर नहीं कर पा रहे पोस्टल आर्डर की आपूर्ति

संयुक्त शिक्षा निदेशक स्तर से एलटी ग्रेड शिक्षक के लिए रिक्त पदों पर आवेदन करने वालों की भीड़ इस प्रकार उमड़ रही है कि जनपद सहित पड़ोसी जनपदों के डाकघरों में पोस्टल आर्डर की आपूर्ति नहीं हो पा रही...

डाकघर नहीं कर पा रहे पोस्टल आर्डर की आपूर्ति
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 25 Oct 2014 10:33 PM
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संयुक्त शिक्षा निदेशक स्तर से एलटी ग्रेड शिक्षक के लिए रिक्त पदों पर आवेदन करने वालों की भीड़ इस प्रकार उमड़ रही है कि जनपद सहित पड़ोसी जनपदों के डाकघरों में पोस्टल आर्डर की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। मजबूरी में आवेदकों को बैंकों से ड्राफ्ट बनवाने पड़ रहे हैं जिसके चलते उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

प्रदेश भर में 6645 एलटी ग्रेट शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। इस प्रक्रिया में सामान्य तथा पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों से 100 रुपये का पोस्टल आर्डर मांगा गया है। विभिन्न विषयों के लिए आवेदन करने वालों की भीड़ इस कदर बढ़ी है कि जनपद में पोस्टल आर्डरों की मांग के अनुसार आपूर्ति नहीं हो पा रही है। जनपद के किसी भी डाकघर में पोस्टल आर्डर नहीं मिल पा रहे हैं जिससे आवेदकों को परेशानी से जूझना पड़ रहा है।

यहां तक कि पड़ोसी जनपदों मंे भी पोस्टल आर्डर समाप्त हो चुके हैं। राजकीय इण्टर कालेजों में विभिन्न विषयों के एलटी ग्रेड प्रशिक्षित शिक्षकों की भर्ती के लिए आवेदन मांगे गये हैं। प्रदेश के 18 मण्डलों से जारी नियुक्ति के लिए बड़ी संख्या में आवेदन किये जा रहे हैं। शिक्षक बनने के लिए अभ्यर्थी किसी भी प्रकार से कोर कसर नहीं छोड़ना चाह रहा है। आवेदन मण्डलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय तक पहुंचने की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर है। ऐसे में पोस्टल आर्डर न मिलने से अभ्यर्थी परेशान हैं।

अब डाकघरों की भीड़ बैंकों में पहुंचने लगी है। बैंक ड्राफ्ट बनवाने में दो दिन का समय लग रहा है। ऐसे में अब अभ्यर्थियों के सामने संकट है कि किस प्रकार से निश्चित तिथि तक आवेदन किये जा सकें। 15 सितम्बर से अब तक 40 हजार पोस्टल आर्डर बिके मैनपुरी। प्रधानडाक घर में दर्ज रिकार्ड के अनुसार 15 सितम्बर से अब तक जनपद में 40 हजार पोस्टल आर्डर की बिक्री की जा चुकी है। जबकि पिछले पांच दिन से एक भी पोस्टल आर्डर नहीं बचा है।

इनमें 10 रुपये के, 20 रुपये के, 50 रुपये के तथा 100 रुपये के पोस्टल आर्डर शामिल हैं। डाकघर के सूत्रों के अनुसार शुरूआत में 100 रुपये के पोस्टल आर्डर की बिक्री तेजी से हुयी। जब नहीं बचे तो 50 रूपये के पोस्टल आर्डर बेचे गये। जब 50 से भी पूर्ति नहीं पड़ी तो 20 रुपये के पोस्टल आर्डर बेचे गये अंत में 10 रुपये के अब एक भी रूपये का पोस्टल आर्डर नहीं मिल पा रहा है। वर्जन। पांच दिन से जनपद में पोस्टल आर्डर नहीं है।

इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दे दी गयी है। लगातार मांग के लिए पत्र भेजे जा रहे हैं। जहां तक उन्हें जानकरी दी गयी है तो कानपुर जहां से जनपद की सप्लाई हैं वहां ही पोस्टल आर्डर नहीं हैं। यह भी बताना संभव नहीं है कि कब तक आ सकेंगे। हरिओम शाक्य पोस्ट मास्टर मैनपुरी।

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