फोटो गैलरी

Hindi Newsहजारीबाग कोर्ट को दी गई सूचना,रिम्स में एडमिट हैं योगेंद्र

हजारीबाग कोर्ट को दी गई सूचना,रिम्स में एडमिट हैं योगेंद्र

रांची। विशेष संवाददाता। दिल्ली से गिरफ्तार पूर्व मंत्री योगेंद्र साव रिम्स में इलाजरत हैं। इसकी सूचना सोमवार को सीआइडी के एक अधिकारी ने हजारीबाग में न्यायलय को दी है। सीआइडी की ओर से पूरे घटनाक्रम की...

हजारीबाग कोर्ट को दी गई सूचना,रिम्स में एडमिट हैं योगेंद्र
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 07 Oct 2014 12:49 AM
ऐप पर पढ़ें

रांची। विशेष संवाददाता। दिल्ली से गिरफ्तार पूर्व मंत्री योगेंद्र साव रिम्स में इलाजरत हैं। इसकी सूचना सोमवार को सीआइडी के एक अधिकारी ने हजारीबाग में न्यायलय को दी है। सीआइडी की ओर से पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए उनकी गिरफ्तारी और बीमारी के बारे में न्यायालय को बताया गया है। शनिवार को योगेंद्र साव दिल्ली के शकुरपुर इलाके से पकड़े गए थे। रविवार को उन्हें रोहणी कोर्ट में पेश किया गया था। सीआइडी को तीन दिनों का ट्रांजिट रिमांड मिला था।

दिल्ली में न्यायालय के समक्ष योगेंद्र साव ने खुद को बीमार बताया था, अनुरोध किया था कि दिल्ली में ही इलाज कराने की इजाजत दी जाए। इसपर रोहणी कोर्ट का आदेश था कि झारखंड पुलिस आरोपी को ले जाए, लेकिन तुरंत समुचित की व्यवस्था कराएं। वहां सफदरगंज अस्पताल में उनकी जांच भी हुई थी, तब उन्हें फिट बताया गया था। रविवार को वह रांची पहुंचे तो न्यायालय के आदेश के आलोक में उन्हें रिम्स ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने अनफिट घोषित करते हुए भर्ती कर लिया।

इसी पूरे मामले की जानकारी कोर्ट को दी गई है। इसपर न्यायालय मंगलवार को निर्देश जारी करेगा। मंगलवार को ट्रांजिट रिमांड की अवधि पूरी हो रही है। परिवार वालों को रिम्स से लौटाया पूर्व मंत्री योगेंद्र साव की बहन और कुछ स्थानीय नेता रिम्स के कॉटेज नंबर 14 में उनसे मिलने पहुंचे। विधायक की सुरक्षा में तैनात जवानों ने किसी को मिलने नहीं दिया। बहन का कहना था कि उसे ट्यूमर है। कुछ भी हो सकता है इसलिए मिलने दिया जाए।

लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने इजाजत नहीं दी। योगेंद्र के एक रिश्तेदार दोपहर का खाना लेकर पहुंचे तो खाने को पहले उन्हें ही खिलाया गया। इसके बाद उसे विधायक को पहुंचाया गया। नहीं हो सकी पूछताछ झारखंड टाइगर ग्रुप और झारखंड बचाओ आंदोलन नाम के उग्रवादी संगठनों के संरक्षक के रूप में विवाद में आए विधायक को गिरफ्तार तो कर लिया गया, लेकिन अब तक अधिकारिक पूछताछ नहीं हो पायी है। अनौपचारिक पूछताछ के क्रम में योगेंद्र साव खुद को निर्दोष बताते हैं लेकिन सीआइडी और हजारीबाग पुलिस के अधिकारियों ने जो सबूत पेश किए उसका जवाब वह नहीं दे पा रहे थे।

शनिवार की रात दिल्ली के सुभाषनगर थाने में भी योगेंद्र से पूछताछ हुई थी। जब्त हो गया है फोन विधायक योगेंद्र साव के दोनों मोबाइल फोन सीआइडी ने जब्त कर लिए हैं। बीएसएनएल और एयरटेल के एक एक सिम जब्त हैं। दोनों नंबरों का सीडीआर भी सीआइडी जल्द निकालेगी। बीएसएनएल नंबर का सीडीआर पहले भी निकला है। फरार होने के बाद विधायक किनके यहां ठहरे, किस किस से बात की इसकी जानकारी हासिल करने के लिए 14 सितंबर से 4 अक्तूबर तक का सीडीआर निकाला जाएगा।

हजारीबाग कोर्ट को योगेंद्र साव मामले की पूरी जानकारी दी गई है। कोर्ट के निर्देश मिलने पर आगे की कार्रवाई सीआइडी करेगी। एसएन प्रधान, एडीजी, सीआइडी।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें