फोटो गैलरी

Hindi Newsमुलायम से सीखें दोस्त बनाना : राज्यपाल

मुलायम से सीखें दोस्त बनाना : राज्यपाल

राज्य मुख्यालय, प्रमुख संवाददाता। राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि पक्ष-विपक्ष सदन में होता है। बाहर सब दोस्त है। मित्र बनाना कोई समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव से सीखे। मंगलवार को यहां डा....

मुलायम से सीखें दोस्त बनाना : राज्यपाल
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 01 Oct 2014 12:42 AM
ऐप पर पढ़ें

राज्य मुख्यालय, प्रमुख संवाददाता। राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि पक्ष-विपक्ष सदन में होता है। बाहर सब दोस्त है। मित्र बनाना कोई समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव से सीखे। मंगलवार को यहां डा. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए श्री नाईक ने सपा मुखिया की जमकर तारीफ की और कहा कि डि लिट् की उपाधि देकर विश्वविद्यालय ने उनका नहीं, बल्कि अपना सम्मान बढ़ाया है। हनुमान के बराबर मुलामय का पराक्रम-कार्यक्रम में सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को समाजसेवा के क्षेत्र में काम करने के लिए डि लिट् की उपाधि दी गई।

वहीं 43 विद्यार्थियों को विभिन्न पदकों से नवाजा गया। राज्यपाल ने इस मौके पर कहा कि 8 बार लगातार विधायक, 6 बार लोकसभा सदस्य और 3 बार मुख्यमंत्री बनना अपने आप में हनुमान के पराक्रम के बराबर है। मुलायम मुझसे पांच साल छोटे हैं इसलिए वह मेरे छोटे भाई हैं। नवम्बर में उनका 75वां जन्मदिन अमृत महोत्सव के रूप में हम मना सकते हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि समेकित शिक्षा का अनूठा उदाहरण पेश करने वाला विवि अपने यहां कैम्पस भी करवाए ताकि नौकरी मिल सके। उन्होंन बताया कि कि राज्यपाल बनने के बाद उन्होंने कुलपतियों से बात की और 21 विवि में दीक्षांत समारोह की तारीखें तय हो गईं।

राजीव गांधी ने साम्प्रदायिकता से लड़ने में दिया साथ : मुलायम प्रमुख संवाददाता राज्य मुख्यालय कार्यक्रम को अति विशिष्ट अतिथि के तौर पर संबोधित करते हुए सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने कहा कि प्रदेश में साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिशें हो रही हैं, लेकिन जनता समझदार है इसलिए साजिशंे बेनकाब हो रही हैं। उन्होंने कहा कि 1989 में भी साम्प्रदायिक सौहार्द को तोड़ने की कोशिशें हुई थीं लेकिन उससे लड़ने में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने बहुत साथ दिया था।

1989 में मंदिर आंदोलन पूरे जोर पर था। हालांकि बाद में श्री गांधी की हत्या कर दी गई। सपा प्रमुख ने कहा कि सीमा पर भी सुरक्षा की चिंता करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में दीक्षांत समारोह जैसी गरिमामयी परम्परा को खत्म कर दिया गया था। श्री यादव ने कहा कि जब उन्हें डिग्री मिली थी तो उस दीक्षांत समारोह में एसके भटनागर और विजय लक्ष्मी पण्डित जैसी शख्सीयतें आई थीं। सुश्री पण्डित का भाषण अब तक याद है।

यूपी के आंकड़ों से सुधरेंगे देश के आंकड़े : सीएम प्रमुख संवाददाता राज्य मुख्यालय मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुख्य अतिथि के तौर पर कहा कि सपा के दौर में शिक्षा पर सबसे ज्यादा काम होता है। नेताजी की सरकार में प्राइवेट विवि आए और संख्या बढ़ी। चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में भी सपा काम कर रही है। ये पहला विवि होगा जहां कृत्रिम लिम्ब सेंटर खुलेगा। यूपी के लोगों को कृत्रिम अंगों के लिए जयपुर नहीं जाना पड़ेगा। हमारे अधिकारी वहां सेंटर देख कर आए है।

सपा अपना घोषणापत्र पूरा कर उसे आगे बढ़ा रही है। यूपी के आंकड़ें सुधरेंगे तो देश के आंकड़े बेहतर होंगे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें