23 को कोठी कब्जाने का फैसला ले सकते हैं किसान
दिल्ली में 23 तारीख को 12 तुगलक रोड पर होने जा रही मीटिंग में वेस्ट यूपी और हरियाणा की खाप पंचायतों के चौधरी भी जुटेंगे। यह माना जा रहा है कि किसान कोठी पर कब्जा करके वहीं संग्रहालय बनने तक हुक्का...
दिल्ली में 23 तारीख को 12 तुगलक रोड पर होने जा रही मीटिंग में वेस्ट यूपी और हरियाणा की खाप पंचायतों के चौधरी भी जुटेंगे। यह माना जा रहा है कि किसान कोठी पर कब्जा करके वहीं संग्रहालय बनने तक हुक्का पंचायत चलाने का फैसला ले सकते हैं। सियासी तौर पर भी कहीं न कहीं चौधरी चरण सिंह के करीबी रहे विभिन्न दलों के नेताओं में भी इस मुद्द पर सहमति नजर आ रही है। आने वाले समय में यह लोग कहीं न कहीं किसी मंच पर एक साथ नजर आ सकते हैं।
मुरादनगर गंगनहर रेग्युलेटर पर कब्जा और पुलिस के साथ हुए संघर्ष के बाद रालोद-भाकियू नेताओं में खासा उत्साह है। चौधरी चरण सिंह के लिए संग्रहालय पर केंद्र की चुप्पी से किसानों में आक्रोश बढ़ रहा है। इसे भुनाने के लिए रालोद नेताओं ने ताकत लगा दी है। 23 तारीख को आंदोलन का अगला कदम तय करने के लिए दिल्ली में खापों के चौधरी भी पहुंच रहे हैं। खाप चौधरियों की शिरकत के बाद इस आंदोलन की दिशा में बदलाव तय है। माना जा रहा है कि आगे की कमान खाप चौधरियों के ही हाथ होगी। राकेश टिकैत के साथ खाप चौधरियों की एक कमेटी सरकार से बात करने का समय मांगे, इस रणनीति पर भी विचार हो रहा है।
उधर, सियासी हलकों में चर्चा है कि रालोद-भाकियू इस मुद्दे को संजीवनी में बदलना चाहते हैं। इसलिए जल्द ही एक बड़ी महापंचायत पर मुहर लग सकती है। यह महापंचायत बड़ौत या मेरठ में हो सकती है। भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत कहते हैं कि केंद्र सरकार के पास अभी दो दिन का वक्त है। या तो कोठी में संग्रहालय बनाने की घोषणा कर दें, नहीं तो किसान वहां खुद स्मारक बनाएंगे।