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पुरानी दिल्ली की 554 हवेलियां संवारी जाएंगी

नई दिल्ली, पंकज रोहिला। दिल्ली की ऐतिहासिक हवेलियों को संवारने का खाका तैयार कर लिया गया है। इसके तहत इन हवेलियों को उनका पुराना अंदाज लौटाया जाएगा और इनमें होटल, गेस्ट हाउस, थियेटर जैसी कई...

 पुरानी दिल्ली की 554 हवेलियां संवारी जाएंगी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 20 Sep 2014 12:22 AM
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नई दिल्ली, पंकज रोहिला। दिल्ली की ऐतिहासिक हवेलियों को संवारने का खाका तैयार कर लिया गया है। इसके तहत इन हवेलियों को उनका पुराना अंदाज लौटाया जाएगा और इनमें होटल, गेस्ट हाउस, थियेटर जैसी कई गतिविधियां चलाईं जाएंगी। साथ ही इन्हें विकसित करने के लिए कई तरह के टैक्स में छूट भी दी जाएगी। योजना का ड्रॉफ्ट सरकारी विभागों की स्वीकृति के लिए भेज दिया गया है, जिसे मंजूरी मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा।

दिल्ली सरकार के शाहजहांनाबाद पुनविकास बोर्ड ने पुरानी दिल्ली क्षेत्र में ऐसी 554 हवेलियां चिह्नित की हैं। इनमें से ज्यादातर मुगल और ब्रिटिशकालीन हैं। शुरुआत में इन हवेलियों का इस्तेमाल केवल होटल के तौर पर करने की योजना थी। अधिकारी मानते हैं कि ऐसा होने से इनका पूरा विकास संभव नहीं होगा, क्योंकि क्षेत्र में आवश्यकता से अधिक होटल हो जाएंगे। अब योजना में बदलाव करते हुए इन हवेलियों को होटल के अलावा गेस्ट हाउस, स्पा, रेस्तरां, थियेटर, आर्ट गैलरी, म्यूजियम और सांस्कृतिक गतिविधियों के केंद्र पर विकसित किया जाएगा।

इस योजना को मंजूरी देने एक विशेष समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें प्रधान सचिव वित्त, शहरी विकास सचिव, पर्यटन सचिव, एम.डी. एसआरडीसी और दो विशेषज्ञ शामिल किए जाएंगे। विभागों की आपत्तियों को दूर करने के बाद इसकी अधिसूचना जारी की जाएगी। लौटेगी रौनक : इन टैक्स में मिलेगी छूट -लग्जरी टैक्स : हवेलियों को सुधारने के लिए पैसा खर्च करने वाली कंपनियों को लग्जरी टैक्स में छूट दिए जाने की सिफारिश की गई है। इसके तहत दो करोड़ और इससे अधिक खर्च पर यह प्रावधान होगा।

इसके तहत 100 प्रतिशत लग्जरी टैक्स में राहत करने की योजना है, जो 10 साल या फिर पांच साल हो सकती है। -मनोरंजन कर : इन हवेलियों में चलने वाले होटल, गेस्ट हाउस, स्पा, रेस्तरां, थियेटर, आर्ट गैलरी, म्यूजियम या सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए मनोरंजन कर में 100 प्रतिशत छूट देने की सिफारिश कई गई है। -ब्याज पर छूट : अधिसूचित हवेली के पुनर्विकास के लिए दिए जाने वाले ऋण में 5 प्रतिशत की छूट मिले। यह छूट 5 लाख रुपये तक के ऋण पर और पांच साल के लिए होगी।

-स्टांप ड्यूटी : संवारी जाने वाली हवेलियों को स्टांप ड्यूटी में छूट मिलेगी। इसके लिए प्रदेश सरकार या केंद्र सरकार ग्रांट देगी। -शराब लाइसेंस पर छूट : हवेलियों के लिए शराब लाइसेंस की फीस में 100 प्रतिशत की छूट मिलेगी। इन हवेलियों की लौट चुकी है रंगत अभी पांच हवेलियों को पॉयलट प्रोजेक्ट के रूप में संवारा जा चुका है। इनमें हिम्मतगढ़ स्थित 1834 नंबर हवेली, बल्लीमारान स्थित गालिब की हवेली, चांदनी चौक में छुन्नामल हवेली सहित तीन हवेलियां शामिल हैं।

नई रंगत के साथ ये हवेलियां सैलानियों को आकर्षित कर रही हैं। हेरिटेज हवेली के नाम से प्रसिद्ध हिम्मगढ़ हवेली को प्रदर्शनी और अध्ययन केन्द्र के तौर पर विकसित किया गया है। वहीं, गालिब की हवेली का पुनरुद्धार पर्यटन केन्द्र के तौर पर किया गया है। यहां हर साल गालिब की जयंती पर सामाजिक संस्था दिल्ली हेरिटेज की ओर मुशायरा और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

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