कांग्रेस के कामरान बनेंगे एनडीए का हिस्सा!
रोह। निज प्रतिनिधि। अगर सबकुछ ठीक रहा तो कांग्रेस पार्टी के मो. कामरान जल्द ही एनडीए में नजर आएंगे। संभवत: वे एनडीए में शामिल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का दामन थमेंगे। पार्टी सुप्रीमो उपेन्द्र...
रोह। निज प्रतिनिधि। अगर सबकुछ ठीक रहा तो कांग्रेस पार्टी के मो. कामरान जल्द ही एनडीए में नजर आएंगे। संभवत: वे एनडीए में शामिल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का दामन थमेंगे। पार्टी सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा से उनकी बात भी हो चुकी है। हालांकि, पार्टी स्तर पर इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।
कामरान ने जीवन का पहला विधानसभा चुनाव निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में 2010 में लड़ा था। जिसमें उसने 12284 वोट पाकर तीसरा स्थान हासिल किया था। उस चुनाव में भाजपा समर्थित जदयू प्रत्याशी कौशल यादव ने 45589 वोट लाकर जीत दर्ज किया था। वहीं लोजपा समर्थित राजद उम्मीदवार प्रो केबी प्रसाद 24702 वोट लेकर दूसरे स्थान पर रहे थे। राजनैतिक पंडितों की मानें तो कामरान के रालोसपा में शामिल होने व चुनाव लड़ने पर गोविंदपुर विधानसभा का चुनावी समीकरण बदल सकता है।
गठबंधन के नाते बीजेपी व लोजपा का कैडर वोट मिलना तय है। बहरहाल गोविंदपुर में एमवाई समीकरण काफी मजबूत रहा है। जिसका दरकना लगभग तय माना जा रहा है। ऐसी स्थिति में नए जातीय समीकरण बनने के आसार हैं। अगर ऐसा हुआ तो मिनी मधेपुरा कहे जाने वाले गोविंदपुर में लोगों को नया नजारा देखने को मिल सकता है। गोविंदपुर विधानसभा क्षेत्र में यादव जाति के वोटरों की संख्या सबसे अधिक है। दूसरे नंबर पर कोयरी व तीसरे पायदान पर मुस्लिम वोटर माने जाते हैं।
वहीं भूमिहार जाति के वोटरों की मतदान क्षमता भी परिणाम को प्रभावित करने वाली होती है। माना जा रहा है कि एनडीए के घटक दल रालोसपा के टिकट पर चुनाव लड़ने पर कामरान को कोयरी, भूमिहार, वैश्य व मुस्लिम समुदाय के अलावा कुछ अन्य जातियों का भी वोट मिल सकता है। वहीं सामाजिक कायार्ें की बदौलत भी कामरान के पक्ष में वोट प्लस होने की संभावना है। हालांकि, इन संभावनाओं को फिलहाल पक्का नहीं कहा जा सकता। यह तो चुनाव के वक्त ही पता चलेगा कि जातीय समीकरण कितना फिट बैठेगा।