सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना कर रही सरकार: सरयू
रांची। मुख्य संवाददाता। भाजपा नेता सरयू राय ने कहा है कि लौह अयस्क के खदानों का पट्ट नवीकृत करने के मामले मंे झारखंड सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना कर रही है। सुप्रीम कोर्ट ने वैसी सभी लौह...
रांची। मुख्य संवाददाता। भाजपा नेता सरयू राय ने कहा है कि लौह अयस्क के खदानों का पट्ट नवीकृत करने के मामले मंे झारखंड सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना कर रही है। सुप्रीम कोर्ट ने वैसी सभी लौह अयस्क खदानों का परिचालन बंद करा दिया जिनका दूसरा और तीसरा नवीकरण नहीं हुआ था। कोर्ट ने आदेश दिया था कि सरकार आदेश के दिन से छह माह के अंदर इनके नवीकरण की प्रक्रिया पूरी कर दे।
राय ने कहा कि झारखंड सरकार ने इस आदेश का पालन करने में चार माह का समय लगा दिया। उड़ीसा सरकार ने ऐसी खदानों का खनन कार्य तत्काल बंद करा दिया था। झारखंड सरकार ने इस श्रेणी के खदानों को बंद करने का आदेश तीन सितंबर को जारी किया। चार सितंबर को भारत सरकार के खान विभाग ने झारखंड सरकार को पत्र भेजा और कहा कि झारखंड सरकार नवीकरण के लिए लंबित आवेदनों पर शीघ्र निर्णय ले। केंद्र सरकार का पत्र मिलने के बाद भी टाटा स्टील, बोकारो स्टील जैसी इकाइयों की खनन पट्टा का नवीकरण प्राथमिकता के आधार पर नहीं कर रही है जो अपने कैप्टिव खदान के लौह अयस्क का उपयोग अपने यहां उत्पादन के लिए करते हैं।
बल्कि सरकार उन खनन पट्टों का नवीकरण को प्राथमिकता दे रही है जिनकी खदानें कैप्टिव नहीं है और जो अपने यहां उत्पादित लौह अयस्क का व्यापाक करते हैं और इनका निर्यात करते हैं। सरकार को पहले टाटा और बोकारो स्टील प्लांट के खदानों का नवीकरण करना चाहिए। उन्होंने राज्य सरकार के अधिकारियों पर कुछ कंपनियों के अधिकारियों के साथ मिली भगत का आरोप लगाते हुए मुख्य सचिव से इस पर रोक लगाने की मांग कर रही है।