फोटो गैलरी

Hindi Newsसुरक्षा इंतजाम होते तो टल सकता था आत्महत्या का मामला

सुरक्षा इंतजाम होते तो टल सकता था आत्महत्या का मामला

लघु सचिवालय में सुरक्षा के इंतजाम होते तो शायद प्रॉपर्टी डीलर की जान बच सकती थी। लघु सचिवालय में सुरक्षा इंतजामों की हालत यह है कि कोई भी यहां हथियार लेकर घुस सकता है। यह हाल तब है जब यहां जिले के...

सुरक्षा इंतजाम होते तो टल सकता था आत्महत्या का मामला
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 15 Sep 2014 08:55 PM
ऐप पर पढ़ें

लघु सचिवालय में सुरक्षा के इंतजाम होते तो शायद प्रॉपर्टी डीलर की जान बच सकती थी। लघु सचिवालय में सुरक्षा इंतजामों की हालत यह है कि कोई भी यहां हथियार लेकर घुस सकता है। यह हाल तब है जब यहां जिले के आला अधिकारियों के दफ्तर हैं। सेक्टर-12 स्थित लघु सचिवालय में डीसी, एडीसी के साथ-साथ डीसीपी सेंट्रल, डीसीपी एनआईटी, एसडीएम समेत दर्जन भर विभागों के दफ्तर हैं।

रोजाना सैकड़ों लोग यहां अपने काम से पहुंचते हैं। लिहाजा शहर की सबसे ज्यादा भीड़-भाड़ वाली इमारत होने के कारण यहां सुरक्षा के इंतजाम होने जरूरी हैं। इससे पहले भी यहां बम होने की सूचनाएं पुलिस के पास आ चुकी हैं। पुलिस ने यहां सुरक्षा की अहमियत को समझते हुए यहां मेटल डिटेक्टर डोर फ्रेम लगवा दिया था। 2008 में लघु सचिवालय की तीसरी मंजिल पर पुलिस ने मेटल डोर फ्रेम लगवाए दिए थे। वहीं तलाशी लेने का भी नियम बनाया हुआ था।

लेकिन अब लघु सचिवालय में न तो मेटल डोर फ्रेम नजर आता है और न ही यहां आने वाले लोगों की तलाशी लेने वाला पुलिसकर्मी । लघु सचिवालय में सिर्फ मुख्य दरवाजे पुलिसकमी मौजूद रहते हैं, लेकिन ये पुलिसकर्मी न तो किसी की चेकिंग करते हैं न ही किसी का वाहन रोकते हैं। एडवोकेट शिवदत्त वशिष्ठ कहते हैं कि लघु सचिवालय में सुरक्षा इंतजामों का होना जरूरी है। यहां कोई भी अपने वाहन लेकर अंदर चला जाता है। वहीं यहां आने वाले लोगों की तलाशी नहीं ली जाती है।

इससे यहां काम करने वाले अधिकारियों के साथ भी वारदात हो सकती है। आज यदि लघु सचिवालय में सुरक्षा होती तो प्रॉपर्टी डीलर वेदप्रकाश की जान बच सकती थी। पुलिस को हथियार लेकर जाने वाले लोगों का प्रवेश वर्जित करना चाहिए। 'पुलिस प्रॉपर्टी डीलर को तंग नहीं कर रही थी। यदि एसएचओ चाहता तो तुरंत गिरफ्तार कर सकता था। प्रॉपर्टी डीलर ने अग्रिम जमानत लगाई हुई थी। पुलिस तंग करती तो तत्काल गिरफ्तार कर सकती थी। वैसे जो भी आरोप हैं, जांच पूरी होने से पहले कुछ कहना ठीक न होगा। पुलिस निष्पक्षता से जांच करेगी' सुमित कुहाड़, डीसीपी सेंट्रल।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें