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इलाके में बैंगन का दबदबा, आक्रोश

सूरज की हत्या ने बापू नगर वासियों को हिलाकर रख दिया है। वे आक्रोश में हैं। पुलिस से साफ पूछ लिया कि तुम पर कुछ नहीं किया जाए तो बता दे। वे बदला लेना जानते हैं। अब शांत नहीं रहेंगे। हद हो गई। एक...

इलाके में बैंगन का दबदबा, आक्रोश
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 31 Aug 2014 11:30 PM
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सूरज की हत्या ने बापू नगर वासियों को हिलाकर रख दिया है। वे आक्रोश में हैं। पुलिस से साफ पूछ लिया कि तुम पर कुछ नहीं किया जाए तो बता दे। वे बदला लेना जानते हैं। अब शांत नहीं रहेंगे। हद हो गई। एक ही परिवार के तीन लड़कों पर हमला हुआ। एक की मौत हो गई। दो जख्मी हैं, जबकि पुरानी कोई रंजिश नहीं है।


बस्ती वालों ने पुलिस से पूछा एक बदमाश जेल से कई माह पहले रिहा हुआ था। लगातार वारदातों को अंजाम दे रहा है। पुलिस उसके पास आती है। मिलती है और चली जाती है। चौकी के सिपाहियों से उसकी दोस्ती है। वह एलान से तमंचा लगाकर बस्ती में घूमता है। यह क्या है। पुलिस क्या कर रही है। बदमाश से कितना पैसा मिलता है। पैसा ही चाहिए तो हमें बता दें। हम चंदा करके थाने पर दे दिया करेंगे। कम से कम बदमाशों को तो संरक्षण नहीं दिया जाए। वे चाहें तो उसके घर को आग के हवाले कर सकते हैं। बवाल कर सकते हैं। ऐसा नहीं करेंगे। उनकी दुश्मनी सिर्फ एक बदमाश से है। अब उसे नहीं छोड़ेंगे। वह बस्ती में आया तो जिंदा नहीं जाएगा। पुलिस यह वायदा करे कि उसे बस्ती में ही पीटते हुए थाने ले जाएगी। जिन हाथों से वह गोली चलाता है, उन्हें तोड़ देगी तो ही वे शांत होंगे। पुलिस ने मौके की नजाकत को समझा। महिलाओं को समझाया। आश्वासन दिया कि इस बार आरोपित बच नहीं पाएगा। बस्ती से किसी ने भी बैंगन की शिकायत पहले थाने पर की होती तो वह जेल के अंदर होता। इस बार ऐसा सबक देंगे कि होश ठिकाने आ जाएंगे। जैसे-तैसे सूरज के रिश्तेदारों को उसकी हत्या की खबर मिल रही थी वे आते जा रहे थी। जब भी कोई आता था, माहौल फिर गर्मा जाता था।

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