बदायूं कांड पर समाजवादी पार्टी ने विरोधियों को घेरा
समाजवादी पार्टी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार के खिलाफ शुरू से ही दुष्प्रचार हो रहा है। बदायूं में दो किशोरियों की मौत की घटना को प्रचारित कर विदेशों तक में बदनामी कराई गई।...
समाजवादी पार्टी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार के खिलाफ शुरू से ही दुष्प्रचार हो रहा है। बदायूं में दो किशोरियों की मौत की घटना को प्रचारित कर विदेशों तक में बदनामी कराई गई। कांठ (मुरादाबाद), मेरठ, सहारनपुर की घटनाओं को भी बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया। अब धीरे-धीरे दुष्प्रचार की कलई खुलने लगी है और बदनाम करने वालों के चेहरों पर खुद ही कालिख लगने लगी है।
सपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि बदायूं के चर्चित कटरा सआदतगंज कांड में लड़कियों के साथ दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री मायावती, केन्द्रीय मंत्री राम विलास पासवान, पूर्व लोकसभाध्यक्ष मीरा कुमार और कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी इन सभी ने वहां जाकर इस कांड में राज्य सरकार पर तमाम आरोप लगाए थे। इन सभी को अब समाजवादी सरकार के खिलाफ झूठे दोषारोपण के लिए माफी मांगनी चाहिए।
सपा प्रवक्ता ने कहा कि सहारनपुर में हुए कांड की जांच रिपोर्ट से भी पता चला है कि वहां भाजपा के लोगों ने ही उपद्रव कराया था। कांठ (मुरादाबाद) में लाउडस्पीकर को लेकर तनाव पैदा किया गया। जहां लोग आपसी सद्भाव से रहते थे, भाजपा आरएसएस वहां सांप्रदायिक उन्माद फैलाकर सामाजिक समरसता को तोड़ने की साजिशें करते पाए गए हैं। जबकि उत्तर प्रदेश अपनी गंगा जमुनी तहजीब के लिए जाना जाता है।
भाजपा इसमें विभेद और विद्वेषभाव पैदा करने में लगी है। बसपा भी आरएसएस और भाजपा के साथ हो जाती है क्योंकि उसकी संकीर्ण राजनीति जातीयता पर टिकी है। जबकि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मानते हैं कि शांति और विकास में परस्पर निकट संबंध है। कानून व्यवस्था को चुनौती देने वालों के प्रति सख्ती बरती जा रही है। जिससे प्रदेश में पूर्णतया कानून का राज है।