फोटो गैलरी

Hindi Newsबिजली कटौती से हालात विस्फोटक

बिजली कटौती से हालात विस्फोटक

राज्य में जहां बुधवार को दिन काफी गरम और उमस भरा रहा वहीं केंद्र से कम बिजली मिलने की वजह से कटौती भी खूब हुई। केंद्र सरकार की तीन जल विद्युत परियोजनाएं नदी के पानी में गाद आ जाने से ठप हैं। बुधवार...

बिजली कटौती से हालात विस्फोटक
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 20 Aug 2014 11:23 PM
ऐप पर पढ़ें

राज्य में जहां बुधवार को दिन काफी गरम और उमस भरा रहा वहीं केंद्र से कम बिजली मिलने की वजह से कटौती भी खूब हुई। केंद्र सरकार की तीन जल विद्युत परियोजनाएं नदी के पानी में गाद आ जाने से ठप हैं। बुधवार को यूपी को केन्द्र से1500 मेगावॉट बिजली कम मिली। उमस भरी गर्मी के कारण अगस्त में पहली बार बिजली की मांग बढ़कर 24 घंटे में 329 मिलियन यूनिट तक जा पहुंची।
बुधवार को बिजली उत्पादन कम होने का असर ग्रिड फ्रीक्वेन्सी पर दिखा और 49.6 हर्ट्ज पहुंची फ्रीक्वेन्सी के चलते ग्रिड से ओवर ड्राल की गयी बिजली की दर भी काफी महंगी रही। लगभग 83 मिलियन यूनिट की बिजली की कमी को पूरा करने में पावर कारपोरेशन ने हाथ उठा दिये। इसके चलते सूबे को भारी अघोषित बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है।

ऐसे में पहले से ही बिजली की कमी से जूझ रहे पावर कारपोरेशन के लिए हालात से निपटना मुश्किल हो गया। जिला मुख्यालयों व तहसीलों और गांवों में जहां कटौती के घंटे बढ़ाने वहीं कुछ शहरों में भी अघोषित कटौती करनी पड़ी। पावर कारपोरेशन के अधिकारियों के मुताबिक बुधवार को करीब 13 हजार मेगावॉट बिजली की मांग यूपी में रही। इसकी तुलना में करीब 10 हजार मेगावॉट बिजली ही मिल सकी। तहसीलों में 6 घण्टे और जनपदों में 15 घण्टे ही बिजली देने के आदेश दिये गये हैं।

रोजा बिजलीघर की 300 मेगावाट की इकाई कोयले की किल्लत से बंद है जबकि एनटीपीसी के रिहन्द की 500 मेगावाट की छठवीं और दूसरी इकाइयों के कोयले व अनुरक्षण के कारण बंद होने से परेशानी बढ़ गयी है। एनटीपीसी सिंगरौली की 200 मेगावाट की तीसरी इकाई 14 अगस्त से व टाण्डा की 110 मेगावाट की इकाई ब्वायलयर टय़ूब लीकेज से 19 अगस्त से बन्द है।
प्रदेश के बिजलीघरों में अनपरा की 500 मेगावाट की पांचवी इकाई चालू होने से थोड़ी राहत मिली लेकिन फिर भी चौथी इकाई बन्द होने से प्रदेश का तापीय उत्पादन 2700 मेगावाट के इर्द-गिर्द ही सीमित है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें