जदयू-राजद-कांग्रेस गठबंधन की पुष्टि हुई
जदयू प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने रविवार को जदयू-राजद-कांग्रेस गठबंधन की पुष्टि की। कहा कि जदयू और राजद चार-चार सीटों पर तथा दो सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी इस गठबंधन के तहत चुनाव मैदान में...
जदयू प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने रविवार को जदयू-राजद-कांग्रेस गठबंधन की पुष्टि की। कहा कि जदयू और राजद चार-चार सीटों पर तथा दो सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी इस गठबंधन के तहत चुनाव मैदान में उतरेंगे। नीतीश कुमार और लालू प्रसाद एक मंच से चुनाव प्रचार करेंगे। वह पार्टी कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि विधानसभा की दस सीटों के लिए होने वाले उप चुनाव के लिए बनी इस सहमति के लिए वह जदयू के साथ-साथ राजद व कांग्रेस के नेताओं का स्वागत करते हैं। यह गठबंधन वक्त की मांग है। देश जिस हाल में है वह सब के सामने है। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने मात्र दो महीने में जो हाल किए हैं, उससे जनता त्रस्त है।
इसलिए इस गठबंधन की जरूरत महसूस की गई। हाल ही में उत्तराखंड में तीन सीटों के लिए उप चुनाव हुआ। उन तीनों सीटों पर कांग्रेस को सफलता हासिल हुई। इससे यह बात भी सामने आ रही है कि जनता परेशान है। बिहार के उप चुनाव में भी इसी तरह का परिणाम आएगा।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कुछ लोग इस साजिश में भी थे कि यह गठबंधन नहीं हो। यह भ्रामक प्रचार किया गया कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने मुझसे मिलने से इनकार कर दिया। इसके बाद श्याम रजक को भेजा गया। जबकि हकीकत यह है कि मैंने ही श्याम रजक को बात करने के लिए भेजा था। वैसे लालू प्रसाद से मुलाकात के लिए उनके यहां दस बार जाने में भी उन्हें परहेज नहीं है। वह उनके आंदोलन के साथी रहे हैं।
सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ने स्वयं लालू प्रसाद से फोन पर बात की है। शनिवार को भी बात हुई है। यह भी तय है कि चुनाव अभियान में दोनों एकसाथ दिखेंगे। यह कोई बड़ा प्रश्न नहीं है। उन्होंने कहा कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव से विमर्श कर वह अपने प्रत्याशियों के नाम का एलान कर देंगे। भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी द्वारा जदयू में टूट की बात कहे जाने पर कहा कि दूसरे दलों पर बोलने के पहले गंभीरता से सोचना चाहिए।