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बढ़ रहे हैं हैजा के मरीज, रहे सावधान

नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता राजधानी में हैजा मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। दिल्ली नगर निगम द्वारा जारी की गई तीन जोन की रिपोर्ट में हैजा के 57 मरीजों की पुष्टि हुई है। बच्चों में इसका प्रभाव अधिक देखा जा...

बढ़ रहे हैं हैजा के मरीज, रहे सावधान
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 11 Jul 2014 10:18 PM
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नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता राजधानी में हैजा मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। दिल्ली नगर निगम द्वारा जारी की गई तीन जोन की रिपोर्ट में हैजा के 57 मरीजों की पुष्टि हुई है। बच्चों में इसका प्रभाव अधिक देखा जा रहा है। दूषित पानी का सेवन और कटे फल और दूषित भोजन से हैजे का वायरस आसानी से शरीर में प्रवेश कर जाता है।

पेचिस और बार-बार उल्टी आना बीमारी की प्रमुख पहचान होती है। हालांकि बीमारी से प्रभाव से बच्चों में तेजी से शरीर में पानी की कमी होने लगतती है, जिसमें स्थिति गंभीर हो सकती है। दिल्ली नगर निगम के मीडिया प्रभारी योगेन्द्र सिंह मान ने बताया कि डेंगू और मलेरिया के साथ ही इस बार कुछ जोन में हैजा देखा जा रहा है। सिविल लाइन, रोहिणी और शाहदरा जोन में अब तक हैजा के कुल 57 मरीज देखे जा चुके हैं, जिसे बीते दो साल में हैजा के सबसे अधिक मामले बताए जा रहे हैं।

डीपीएमआई की प्रधानाचार्य और माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ. अरूणा सिंह ने बताया कि गर्मी और बारिश के बाद बढ़ी आद्रता में हैजा के बैक्टीरिया आसानी से पनपते हैं, दूषित पानी का सेवन करने से यह सीधे पेट की आंतों तक पहुंचते हैं, जिससे पाचन क्रिया बुरी तरह प्रभावित होती है। दस साल से कम उम्र के किसी भी बच्चों को यदि दिन में तीन से चार बार पेचिस हो तो उसे ओआरएस का घोल जरूर पिलाना चाहिए। हैजा में बच्चों के शरीर में पानी की कमी न होने दी जाएं इसका विशेष ध्यान रखा जाता है।

रॉकलैंड अस्पताल के गैस्ट्रोइंटोलॉजिस्ट डॉ. एमपी शर्मा ने बताया कि हैजा का कारक वाइब्रो बैक्टीरिम तेजी से शरीर में अपना असर दिखाता है, इसलिए हैजा को गंभीर आमाश्य का संक्रमण भी कहा जाता है। बैक्टीरिया का असर होने पर सबसे पहले मरीज को बाहर का पानी और खाना बंद कर देना चाहिए। संक्रमण को दूर करने के लिए मरीज को पांच या तीन दिन के एंटी वायरस इलाज पर रखा जाता है, जिसमें आईवी फ्लूड और कुछ जरूरी दवाएं दी जाती हैं।

200 में 67 पाइपलाइन क्षतिग्रस्त विशेषज्ञों की मानें तो क्षतिग्रस्त पाइप लाइन से भी हैजा, हेपेटाइटिस ए व ई तथा पाचन संबंधी कई बीमारियां हो सकती है। दिल्ली जल बोर्ड की जारी रिपोर्ट के अनुसार मध्य दिल्ली के चांदनी चौक, चावड़ी बाजार, पहाड़गंज, करोल बाग व राजेन्द्र नगर आदि क्षेत्र की पानी की पाइप लाइन 100 साल से भी अधिक समय की है। बोर्ड ने माना है कि इन क्षेत्रों में डाली गई 200 पाइप लाइन में 67 पाइपलाइन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं।

मालूम हो कि मामले पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने जल बोर्ड को नोटिस जारी किया था, जबकि कोर्ट ने भी दूषित पानी की आपूर्ति पर जल बोर्ड व एमसीडी को फटकार लगा चुकी है। कहां कराएं पानी की जांच विभिन्न जोन में दूषित पानी आने की शिकायत लोग जल बोर्ड के जोनल ऑफिस या फिर सेंट्रल कंट्रोल रूम पर फोन कर शिकायत कर सकते हैं। हेल्पलाइन नंबर1916 तथा जल बोर्ड के सीधें संपर्क नंबर 23538495, 23527679 व 23513073 पर दूषित पानी की सूचना दी जा सकती है।

या फिर 53030 पर संदेश भेज सकते हैं। जिसमें डीजेबी स्पेस सी पर मैसेज भेजे।

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