फोटो गैलरी

Hindi Newsसंदिग्ध आतंकियों को लेकर एनआईए-स्पेशल सेल में टकराव

संदिग्ध आतंकियों को लेकर एनआईए-स्पेशल सेल में टकराव

नई दिल्ली वरिष्ठ संवाददाता। इंडियन मुजाहिदीन के संदिग्ध आतंकी तहसीन अख्तर व वकास की हिरासत को लेकर मंगलवार को अदालत में राष्ट्रीय जांच एजेंसी(एनआईए) और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के बीच तीखी बहस हुई।...

संदिग्ध आतंकियों को लेकर एनआईए-स्पेशल सेल में टकराव
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 16 Apr 2014 12:03 AM
ऐप पर पढ़ें

नई दिल्ली वरिष्ठ संवाददाता। इंडियन मुजाहिदीन के संदिग्ध आतंकी तहसीन अख्तर व वकास की हिरासत को लेकर मंगलवार को अदालत में राष्ट्रीय जांच एजेंसी(एनआईए) और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के बीच तीखी बहस हुई। आखिरकार लम्बी जिरह के बाद अदालत ने पुलिस के आग्रह को स्वीकार कर लिया और संदिग्धों को 20 दिन की रिमांड पर स्पेशल सेल के सुपुर्द कर दिया। वहीं, एनआईए ने दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाया कि वह जानबूझकर आतंकवादी मामलों की उनकी जांच को नाकाम करने की कोशशि कर रही है।

पटियाला हाउस स्थित एडशिनल सेशन जज दया प्रकाश की अदालत ने तहसीन एवं वकास की हिरासत को लेकर दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा और एनआईए के बीच तलख दलीलों को सुनने के बाद यह आदेश दिया। दोनों आरोपी हैदराबाद में पिछले साल फरवरी में दिलसुखनगर विस्फोटों में उनकी भूमिका को लेकर वांछित हैं।

इन सभी आरोपियों को पिछले माह गिरफ्तार किया गया था और उनकी पुलिस हिरासत आज खत्म हो गई थी। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने संदिग्धों की हिरासत 25 दिन तक बढ़ाने का अनुरोध करते हुए कहा कि आतंकी संगठन के अन्य सदस्यों के बारे में उनसे और पूछताछ की जरूरत है।

वहीं, एनआईए ने पुलिस के अनुरोध का विरोध करते हुए कहा कि संघीय जांच एजेंसी होने के नाते उन्हें तहसीन एवं पाकिस्तानी नागरिक वकास को दिलसुखनगर विस्फोट मामले में औपचारिक गिरफ्तारी की अनुमाति दी जाए। ताकि वह देशभर में हुए आतंकी हमलों को लेकर इनसे पहले पूछताछ करने की इजाजत दी जाए। दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाते हुए एनआईए ने कहा कि आतंकी हमलों की उनकी जांच को नाकाम करने के लिए पुलिस बार-बार संदिग्धों की रिमांड बढ़वा रही है।

जबकि एनआईए कई प्राथमिकियों के सिलसिले में संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ करनी है। लेकिन अभी उनकी जांच रूकी पड़ी है। हालांकि, स्पेशल सेल ने एनआईए की दलील का विरोध करते हुए कहा कि दिल्ली में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के आईएम और एलईटी की साजशि के सिलसिले में उनकी जांच जारी है। सेल ने यह दलील भी दी कि लश्कर ए तैयबा और इंडियन मुजाहिदीन के बीच सांठगांठ को सत्यापित करने के लिए दोनों आरोपियों से पूछताछ जरूरी है।

अदालत ने दलीलें सुनने के बाद दोनों आरोपियों को 20 दिनों के लिए स्पेशल सेल की हिरासत में भेज दिया। साथ ही, इन दोनों आरोपियों को हैदराबाद के दिलसुखनगर में पिछले साल हुए विस्फोटों के सिलसिले में औपचारिक रूप से गिरफ्तार करने और इनसे पूछताछ की इजाजत की मांग करने वाली एनआईए की दलील सिरे से खारिज कर दी।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें