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Hindi Newsजिला अस्पताल सीएमएस और प्रशासनिक अधिकारी में तू-तू मैं-मैं

जिला अस्पताल सीएमएस और प्रशासनिक अधिकारी में तू-तू मैं-मैं

हरिद्वार। हमारे संवाददाता जिला अस्पताल सीएमएस और प्रशासनिक अधिकारी के बीच गुरुवार सुबह किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। दोनों ने एक-दूसरे को खरी खोटी सुनाई। बात बढ़ती देख सीएमएस चेंबर छोड़ कर आवास की...

जिला अस्पताल सीएमएस और प्रशासनिक अधिकारी में तू-तू मैं-मैं
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 31 Jul 2014 09:28 PM
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हरिद्वार। हमारे संवाददाता जिला अस्पताल सीएमएस और प्रशासनिक अधिकारी के बीच गुरुवार सुबह किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। दोनों ने एक-दूसरे को खरी खोटी सुनाई।

बात बढ़ती देख सीएमएस चेंबर छोड़ कर आवास की ओर चल दिए। इससे चिकित्सा प्रमाणपत्र बनवाने वालों के अलावा मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। साथ ही अस्पताल का कामकाज प्रभावित हुआ। दोनों अधिकारियों के बीच विवाद से प्रमाण पत्र बनवाने व अन्य कामकाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचे लोगों को दिक्कत झेलनी पड़ी। मोतीचूर निवासी अजय कुमार ने बताया कि काफी देर से सीएमएस का इंतजार कर रहा हूं लेकिन वह गुस्से होकर कहीं निकल गए हैं।

हरीपुरकलां के सुधीर रावत ने बताया कि स्थिति बेहत खराब है। उन्होंने बताया कि बड़े शर्म की बात है कि दो जिम्मेदार अधिकारियों के बीच गाली गलौज की स्थिति उत्पन्न हुई। मेडिकल के सिलसिले में पहुंची रुड़की के माजरा निवासी अरुणा ने बताया कि बिना सीएमएस के हस्ताक्षर के कोई सुनने को तैयार नहीं। वह यह कहते हुए रोने लगी कि एक तो घर का दुख और ऊपर से अस्पताल में भी कोई कहने सुनने को तैयार नहीं हो रहा।

ऐसी ही दिक्कतें अन्य लोगों ने भी बताई। दोपहर बाद रेडियोलॉजिस्ट डॉ.राजेश गुप्ता को चार्ज मिला तो उन्होंने किसी तरह स्थिति संभाली। सारे विवाद का कारण चिकित्सा प्रमाणपत्र जिला अस्पताल में चिकित्सा प्रमाण पत्र बनवाने की प्रक्रिया को लेकर यह सारा विवाद चल रहा है। प्रशासनिक अधिकारी का कहना है कि बिना प्रक्रिया पूरी किए ही सीएमएस प्रमाणपत्र जारी कर रहे हैं। जीओ को ताक पर रखकर यह सब हो रहा है। जल्द ही इस बारे में लिखित रूप से डीएम डी.सैंथिल पांडियन को अवगत करवाया जाएगा।

क्या कहते हैं सीएमएस मुझे फंसाने की साजिश रची जा रही है। प्रशासनिक अधिकारी अपने हिसाब से कामकाज करवाने का दबाव बना रही हैं। जरूरत पड़ी तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाऊंगा। मैंने चार्ज डॉ.राजेश गुप्ता को सौंप दिया है। फिलहाल मैं चेंबर में बैठा तो यह मेरे लिए खतरे से खाली नहीं होगा। इस बारे में उच्चाधिकारियों को भी अवगत करवाउंगा। डॉ.अनील कुमार, सीएमएस, जिला अस्पताल। सीएमएस का व्यवहार बिलकुल ठीक नहीं है। चिकित्सा प्रमाण पत्र बनाने में मनमानी चल रही है।

इसे बारे में डीजी हेल्थ व जिलाधिकारी को भी अवगत करवाऊंगी। मुझे बेवजह परेशान किया जा रहा है। मैं प्रमाण के साथ यह बात साबित करुंगी। संतोष कुमारी, प्रशासनिक अधिकारी, जिला अस्पताल। मामला मेरे संज्ञान में आ गया है। छानबीन करवाने के बाद मामले में ठोस कार्रवाई की जाएगी। जीएस जोशी, डीजी हेल्थ उत्तराखंड। यह शर्मनाक स्थिति है। प्रबंधन की आपसी लड़ाई का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। मामले की छानबीन करवाकर हम उच्चाधिकारियों को अवगत करवाएंगे। सुषमा गुप्ता, सीएमओ हरिद्वार।

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