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पारिवारिक विवाद में लोग पहुंचे रहे फोरेंसिक लैब

नई दिल्ली अमित झा प्रॉपर्टी विवाद से लेकर पति-पत्नी के बीच उलझ रहे रिश्तों को सुलझाने के लिए लोग निजी फोरेंसिक लैब की मदद ले रहे हैं। पति-पत्नी इसके लिए एक दूसरे का पॉलीग्राफ टेस्ट और लाई डिटेक्टर...

पारिवारिक विवाद में लोग पहुंचे रहे फोरेंसिक लैब
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 23 Jul 2014 10:09 PM
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नई दिल्ली अमित झा प्रॉपर्टी विवाद से लेकर पति-पत्नी के बीच उलझ रहे रिश्तों को सुलझाने के लिए लोग निजी फोरेंसिक लैब की मदद ले रहे हैं। पति-पत्नी इसके लिए एक दूसरे का पॉलीग्राफ टेस्ट और लाई डिटेक्टर टेस्ट भी करवा रहे हैं। कई विवादित मामलों में लोग महज कुछ हजार रुपये खर्च कर अपने बच्चे का डीएनए टेस्ट भी करवा रहे हैं। इन जांच की रिपोर्ट से दंपत्ति के बीच बेवजह चल रहे विवाद के अधिकांश मामले सुलझ गए हैं।

साल भर में पारिवारिक विवाद से जुड़े लगभग छह सौ मामलों को निजी फोरेंसिक लैब की मदद से सुलझाया गया है। ट्रूथ लैब के अध्यक्ष डां. गांधी ने बताया कि कई विवादित मामलों में लोग पुलिस के पास नहीं जाना चाहते। वह पुलिस या अदालत के चक्कर भी नहीं काटना चाहते। वह केवल सच्चाई का पता लगाना चाहते हैं। ऐसे लोग उनकी फोरेंसिक लैब में मदद के लिए आते हैं। आमतौर पर जहां सरकारी लैब में एक माह से छह माह तक का समय जांच की रिपोर्ट आने में लगता है, वहीं निजी लैब महज 15 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट दे देती है।

उनकी लैब में ऐसे कई पति-पत्नी पहुंचते हैं जिन्हें एक-दूसरे पर शक होता है। वह उनके पोलीग्राफ टेस्ट और लाई डिटेक्टर टेस्ट करवाते हैं। कई बार छोटे बच्चों के अदला-बदली होने से भी विभिन्न लोग परेशान हो जाते हैं। ऐसे कई परिवार अपने असली बच्चे को पाने के लिए डीएनए टेस्ट करवाते हैं। दिल्ली में बीते पांच साल से चलाई जा रही उनकी फोरेंसिक लैब में प्रत्येक माह सैकड़ों मामले जांच के लिए आते हैं। इनमें से आधे मामले पुलिस, हाईकोर्ट, सेशन कोर्ट, सीबीआई, एनआईए, आर्थिक अपराध शाखा, सीआरपीएफ, भ्रष्टाचार निरोधक शाखा की तरफ से भेजे जाते हैं।

डा. गांधी ने बताया कि लैब में फर्जी हस्ताक्षर, नकली दस्तावेज, साइबर क्राइम, सड़क हादसे, सीसीटीवी फुटेज की जांच आदि के लिए लोग आते हैं। भारत में फोरेंसिक लैब की कमी को देखते हुए उन्होंने दिल्ली सहित छह राज्यों में लैब खोली है। लैब से दी गई रिपोर्ट की अदालत में पूरी मान्यता होती है। यह लैब सरकारी फोरेंसिक विभाग से सेवानिवृत हुए अधिकारी एवं विभिन्न सरकारी जांच एजेंसी से सेवानिवृत हुए अधिकारी मिलकर चला रहे हैं। दिल्ली स्थित आर्थिक अपराध शाखा प्रत्येक माह पांच से छह मामलों में इस निजी फोरेंसिक लैब की मदद लेती है।

ट्रूथ लैब से ्रल्लऋङ्म@३१४३ँ'ंु२.ङ्म१ॅ पर ईमेल के जरिये संपर्क किया जा सकता है।

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