परिवहन निगम में वर्कशाप मैकेनिक पद पर 10 महिलाओं की भर्ती
गांव की बालाओं के हाथ अब लोहे के बड़े औजार लेकर रोडवेज की बसों की मरम्मत करेंगे। परिवहन निगम ने पहली बार वर्कशाप मैकेनिक पद पर 10 महिलाओं को भर्ती कर महिला सशक्तीकरण की मिसाल कायम की है। 66...
गांव की बालाओं के हाथ अब लोहे के बड़े औजार लेकर रोडवेज की बसों की मरम्मत करेंगे। परिवहन निगम ने पहली बार वर्कशाप मैकेनिक पद पर 10 महिलाओं को भर्ती कर महिला सशक्तीकरण की मिसाल कायम की है।
66 मैकेनिक पदों में से 10 में जगह पाईं इन महिलाओं को प्रदेश के अलग-अलग रीजनल वर्कशॉप में भेजकर दो माह की ट्रेनिंग दी जा रही है। जहां वे इंजन और पम्प की मरम्मत से लेकर बस की बॉडी व सीट बनाने का काम सीख रही हैं।
परिवहन निगम को वर्कशॉप मैकेनिक पद के लिए मैकेनिकल में डिप्लोमाधारक की आवश्यकता थी। देवरिया के पिपरागांव की स्वेता सिंह, मऊ जिले भांवरकोल गांव की कुसुम यादव, देवरिया के पंचोहा गांव की दो बहनें रीमा गौतम और सीमा गौतम, अलीगढ़ के गौंडा गांव की विकलांग महिला ममता कुमारी व मऊ जिले के हरदासपुर गांव की अंजली यादव ने अपने जिलों की पॉलीटेकिAक से मैकेनिकल ट्रेड से डिप्लोमा हासिल किया। इसके साथ ही लखनऊ से सीतापुर रोड की संजू गुप्ता, ठाकुरगंज की सविता और चिनहट की नुपुर रावत भी डिप्लोमाधारक थीं।
इन सभी 10 महिलाओं ने परिवहन निगम में वर्कशॉप मैकेनिक पद के लिए आवेदन किया। सभी का हाईस्कूल और मैकेनिकल डिप्लोमा के नम्बरों की मेरिट पर 20 फरवरी को चयन हो गया। कानपुर की मुख्य वर्कशाप और टाटा मोटर्स के बाद अब इन्हें लखनऊ कानपुर, हरदोई, वाराणसी और अलीगढ़ की रीजनल वर्कशाप में ट्रेनिंग के लिए भेजा गया है।
16 हजार पगार पाने की खुशी कुसुम के चेहरे पर दिखी
गोमती नगर स्थित रीजनल वर्कशॉप में इंजन और पम्प का काम सीख रही मऊ जिले के भांवरकोल की कुसुम यादव शादीशुदा है। महीने भर के काम के बाद 16 हजार पगार पाने की खुशी कुसुम के चेहरे पर साफ नजर आ रही थी। बकौल, कुसुम गांव के प्राइमरी स्कूल में चपरासी पद पर पिता और पति का उसे पूरा सहयोग मिल रहा है।परिवहन निगम में वर्कशाप मैकेनिक पद पर 10 महिलाओं की भर्ती