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फरारी के बाद रात प्रेमिका के घर रुका था लालू

जेल से फरार होने के बाद लाल सिंह उर्फ लालू सबसे पहले प्रेमिका और लाइनपार रहने वाली पूजा के घर पर रुका था। पूजा का काफी पहले ही अपने पति से अलगाव हो गया था और वह इस समय दो साल के बेटे के साथ अकेली...

फरारी के बाद रात प्रेमिका के घर रुका था लालू
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 22 Feb 2015 08:54 PM
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जेल से फरार होने के बाद लाल सिंह उर्फ लालू सबसे पहले प्रेमिका और लाइनपार रहने वाली पूजा के घर पर रुका था। पूजा का काफी पहले ही अपने पति से अलगाव हो गया था और वह इस समय दो साल के बेटे के साथ अकेली रहती है। तफ्तीश में जुटी पुलिस ने सबसे पहले जेल में लाल सिंह से मिलने आने वालों की सूची निकलवाई तो पूजा का नाम सामने आया। तब पुलिस ने पूजा को हिरासत में ले लिया।


संभल कोतवाली क्षेत्र में वर्ष 2009 में डाक्टर के घर पर हुई डकैती और हत्या की वारदात में आरोपी लाल सिंह के साथ उसकी प्रेमिका पूजा की भी अहम भूमिका थी। रविवार को पुलिस ने पूजा को पकड़ा तो पहले तो वह लाल सिंह से अपने संबंधों का इंकार करती रही। लेकिन बाद में पूरी सच्चई बता दी। पूजा ने बताया कि संभल में जिस डाक्टर के घर पर वारदात हुई थी। वहां वह नर्स का काम करती थी और लाल सिंह कंपाउंडर का काम करता था। तभी दोनों की नजदीकियां बढ़ी थीं और फिर दोनों ने बेहतर जिंदगी जीने के चक्कर में डाक्टर के घर डकैती की योजना बनाई। इसी वारदात को अंजाम देने में एक का कत्ल हो गया था। लाल सिंह को पुलिस ने पकड़कर जेल भेजा और पूजा पर आरोप साबित न हो पाने पर उसे रिहा कर दिया गया था। तब से पूजा लाइनपार में रह रही थी और अक्सर लाल सिंह से मिलने जेल जाती रहती थी। फरारी के बाद रात भर लालू पूजा के साथ रहा। सुबह वह चला गया।


जेल में फोन पर बात कर रहा था लालू
एक बंदीरक्षक ने नाम न लिखने की शर्त पर बताया कि संभल कोर्ट से आने के बाद जेल में लालू किसी से फोन पर भी बात कर रहा था। उस वक्त कोई नहीं था। बंदी रक्षक ने उसे टोका तो धमकी देने लगा था। चूंकि वह जेल अफसरों का खास था, इसलिए बंदीरक्षक ने भी इस बात की जानकारी किसी और व्यक्ति को नहीं दी। बंदीरक्षक ने बताया कि लालू का बुरा बनने का मतलब था कि अफसर किसी और काम में लगा देते।

स्वीपर पहुंचा रहे मोबाइल और सिमकार्ड
जिला कारागार में बंदियों को मोबाइल और सिमकार्ड मुलाकाती नहीं, बल्कि जेल में ही साफ सफाई करने आने वाले स्वीपर पहुंचा रहे हैं। इसके बदले स्वीपरों को भी मोटी रकम मिलती है। फर्जी आईडी पर संचालित इन सिमकार्ड को कुछ दिन इस्तेमाल करने के बाद कैदी स्वीपरों को ही वापस लौटा देते हैं। पुलिस अधिकारी रविवार को जेल में छानबीन के सिलसिले में गए तो कुछ बंदियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्वीपर कैदियों की अपने परिवार वालों व दोस्तों से फोन पर बात भी कराते हैं। इसके बदले प्रति कॉल के 10-12 रुपये लेते हैं। उन्होंने कुछ स्वीपरों के नाम भी बताए। अब पुलिस उनसे भी पूछताछ करने की तैयारी कर रही है।

सिपाही राहुल राणा पर भी कार्रवाई की उम्मीद
सिपाही राहुल राणा और फरार कैदी लाल सिंह के बीच संबंधों का खुलासा हो गया है। अब राहुल पर कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है। सूत्रों की मानें तो राहुल और लाल सिंह की पहले भी आपस में कई बार मुलाकात हुई थी। वहीं उनकी जेल के अंदर भी गहरी दोस्ती थी। दोनों एक दूसरे से अपने सुख दुख शेयर करते थे। फरार होने से पहले भी काफी देर तक राहुल की उससे बात हुई थी। सीओ सिविल लाइंस ने बताया कि जल्द ही जांच रिपोर्ट उच्चधिकारियों को दी जाएगी।

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