मेरठ से अगवा बच्चा जोया में मिला
जोया में हाईवे पर बुधवार तड़के चेकिंग के दौरान पुलिस को पेट्रोल पंप के पास चार साल का बच्चा मिला। पुलिस उसे अपने साथ लेकर चौकी पहुंची। नाम व पता पूछने के बाद पुलिस ने मेरठ के समस्त थानों में वायरलेस...
जोया में हाईवे पर बुधवार तड़के चेकिंग के दौरान पुलिस को पेट्रोल पंप के पास चार साल का बच्चा मिला। पुलिस उसे अपने साथ लेकर चौकी पहुंची। नाम व पता पूछने के बाद पुलिस ने मेरठ के समस्त थानों में वायरलेस सेट के जरिए संदेश भिजवाया तो पता चला कि इस बच्चाे का सात दिन पूर्व अपहरण हो गया था। दोपहर को मेरठ स्थित ब्र2ापुरी थाना पुलिस बच्चाे के माता-पिता को साथ लेकर यहां पहुंची। बेटे को देखते ही मां बाप के उदास चेहरे पर मुस्कान लौट आई।
मेरठ के थाना ब्रह्मपुरी क्षेत्र के मोहल्ला हरिनगर निवासी संजय भारद्वाज पुत्र राजेंद्र सिंह पेपर कारीगर हैं। उनका चार वर्षीय बेटा कृष्णा सेठ छज्जू सिंह जूनियर हाईस्कूल मोहल्ला लालदास सराय जाटव कालोनी में नर्सरी का छात्र है। तीन दिसंबर की शाम वह अपनी जुड़वा बहन कनिष्का के साथ घर से करीब दस मीटर की दूरी पर खेल रहा था। इसी बीच एक युवक वहां पहुंचा और कृष्णा को उठा ले गया। बेटी के बताने पर परिजन बेटे की तलाश की मगर वह नहीं मिला। इस पर परिजनों ने संबंधित थाने में बेटे के अपहरण की रिपोर्ट लिखाई थी।
बुधवार की सुबह करीब छह बजे जोया चौकी प्रभारी सतेंद्र सिंह अपने हमराह सिपाही असद खान, रिजाबुल हसन व पुष्पेंद्र सिंह के साथ हाईवे पर वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान उनको जोया फिलिंग स्टेशन के सामने एक बच्चा रोता मिला। पुलिस कर्मी चौकी ले आए। यहां पूछने पर मासूम ने अपना नाम कृष्णा व पता मेरठ बताया। इसके बाद पुलिस ने मेरठ जनपद के सभी थानों को सूचना देकर गुमशुदा बच्चों के बारे में जानकारी हासिल की। ब्र2ापुरी थाने में रिपोर्ट लिखी मिली, जिसके बाद थाने की पुलिस संपर्क कर परिजनों को डिडौली कोतवाली लेकर आई। आशंका जताई गई कि बदमाश चेकिंग के डर से उसको छोड़ गए होंगे। फिलहाल बेटे को देखकर मां बाप का चेहरा खुशी से खिल उठा। मेडिकल परीक्षण कराने के बाद पुलिस ने बच्चाे को उनके हवाले कर दिया। परिजनों ने जनपद पुलिस के कार्य को सराहा और भूरि भूरि प्रशंसा की।
जोया में बच्चा पुलिस को रोते हुए मिला। पता चलने पर मां बाप आ गए थे। कानूनी कार्रवाई करने के बाद बच्चाे को उनके सुपुर्द कर दिया गया है।
-अनिल कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक