गौवध करने वाला भारतीय नहीं: अजीज कुरैशी
उत्तराखंड के राज्यपाल अजीज कुरैशी ने एक बार फिर गौवध के खिलाफ अपनी बात दोहराते हुए कहा कि गौवध करने वाला भारतीय नहीं, गौवध करने वालों को भारत में रहने का मौका नहीं मिलना चाहिए। उन्होंने गाय को...
उत्तराखंड के राज्यपाल अजीज कुरैशी ने एक बार फिर गौवध के खिलाफ अपनी बात दोहराते हुए कहा कि गौवध करने वाला भारतीय नहीं, गौवध करने वालों को भारत में रहने का मौका नहीं मिलना चाहिए। उन्होंने गाय को राष्ट्र माता का दर्जा देने की भी वकालत की। आतंक के मुद्दे पर वह बोले कि आतंकवाद से मुकाबला करने की पहली जिम्मेदारी मुसलमानों की है क्योंकि यह उनका राष्ट्रीय कर्तव्य ही नहीं, धार्मिक जिम्मेदारी भी है। पाकिस्तान की तरफ इशारा करते हुए राज्यपाल अजीज कुरैशी ने कहा कि पड़ोसी इस्लाम के दुश्मन हैं जो भारत में आतंकवाद फैलाने के लिए नौजवानों को भड़का कर भेजते हैं।
गुरुवार को संभल जिले के ऐंचौड़ा कम्बोह गांव में आयोजित कल्कि महोत्सव में शिरकत करने आए उत्तराखंड के राज्यपाल अजीज कुरैशी आतंकवाद और गौवध को लेकर खुलकर बोले। उन्होंने कहा कि भारत में हिंदू-मुस्लिम एकता और भाईचारा बनाए रखने के लिए भी गौवध पर पाबंदी जरूरी है। एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करने से ही मोहब्बत कायम रह सकती है। उन्होंने कहा कि बाबर जब भारत पर शासन करने के लिए आया। तब उसने अपने बेटे हुमायूं को खत लिखकर कहा था कि भारत पर राज करना है तो हिंदुओं का विश्वास जीतो और हिंदुओं का विश्वास जीतने के लिए गौवध पर पाबंदी सबसे बेहतर तरीका है। इसी मंशा के तहत मुगलकाल में गौवध पर पाबंदी थी। राज्यपाल अजीज कुरैशी ने कहा कि गाय को राष्ट्र माता का दर्जा दिया जाना चाहिए। गाय काटने वाला भारतीय नहीं हो सकता, वह अभारतीय है। गौवध करने वालों को भारत में रहने का मौका नहीं मिलना चाहिए। आतंकवाद के मुद्दे पर उत्तराखंड के राज्यपाल ने कहा कि भारत के हिंदू-मुसलमानों को मिलकर कसम खानी चाहिए कि वह भारत की जमीन पर कदम रखने वाले आतंकवादियों का सर्वनाश कर देंगे।
इस्लाम का सिद्धांत है कि जो अपने वतन की जमीन पर गैर मुल्की को कदम रखने दे, या अपनी जमीन कब्जा करने दे वह सच्च मुसलमान नहीं हो सकता। इस बात को ध्यान में रखकर मुसलमान आतंकवाद को मिटाने के लिए बाकी लोगों से आगे खड़े होकर अपनी जिम्मेदारी निभाएं। कहा कि पड़ोसी देश इस्लाम का दुश्मन है। जो भोले भाले नौजवानों को भड़काकर भारत में आतंकवाद फैलाने के लिए भेजता है। आतंकवाद किसी व्यक्ति, देश या धर्म के खिलाफ नहीं होता बल्कि यह मानवता के खिलाफ होता है। इसलिए मानवता की रक्षा के लिए आतंकवाद का खात्मा जरूरी है। उन्होंने गंगा को उसका निर्मल स्वरूप लौटाए जाने की बात कहते हुए कहा कि गंगा किसी एक धर्म की नहीं है, बल्कि भारत के जन-जन को पोषित करती है।