आत्महत्या के प्रयास में गैंगरेप पीड़िता गिरफ्तार
बिजनौर। हमारे संवाददाता। गैंगरेप के आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज न होने पर जिस महिला ने कलक्ट्रेट में धरना दिया था, उसके खिलाफ पुलिस ने आत्महत्या के प्रयास की रिपोर्ट दर्ज की है। महिला का चालान कर...
बिजनौर। हमारे संवाददाता। गैंगरेप के आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज न होने पर जिस महिला ने कलक्ट्रेट में धरना दिया था, उसके खिलाफ पुलिस ने आत्महत्या के प्रयास की रिपोर्ट दर्ज की है। महिला का चालान कर उसे कोर्ट में पेश करने के लिये ले जाया गया। गौरतलब है, कि गुरुवार को कोतवाली शहर क्षेत्र के एक गांव की महिला इसलिये कलक्ट्रेट में धरने पर बैठ गयी थी, कि उसके साथ सोमवार को 3 लोगों ने दुष्कर्म किया था, लेकिन पुलिस ने उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की थी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पुलिस उसे कलक्ट्रेट से उठाकर महिला थाने ले गयी थी। इसके बाद आनन-फानन में महिला की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म व अन्य धाराओं के तहत अभियोग पंजीकृत कर लिया था। ताजा मामले में सिविल लाइन चौकी इंचार्ज दरोगा अमित कुमार शर्मा की ओर से उक्त महिला के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। रिपोर्ट में कहा गया है, कि गुरुवार को दरोगा अमित अपनी चौकी पर बैठे थे, कि उन्हें गन्ना समिति के बाहर एक महिला के धरने पर इसलिये बैठा होने की सूचना मिली, कि उसके साथ बलात्कार करने के आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई थी।
वहां महिला दरोगा निधि चौधरी के साथ पहुंचकर समझाया, कि उसकी तहरीर के आधार पर आरोपियों के खिलाफ धारा 366, 376 डी, 323, 506 आईपीसी के तहत अभियोग पंजीकृत कर विवेचना की जा रही है। इसके बावजूद उक्त महिला ने बुरका हटाकर प्लास्टिक की बोतल निकालकर उसमें से अपने ऊपर डीजल डाल लिया। इसके बाद माचिस से खुद को जलाने का प्रयास किया तो महिला दरोगा निधि चौधरी ने कौली भरकर उसका आत्महत्या का प्रयास विफल कर दिया। रिपोर्ट के आधार पर महिला को चालान कर जेल भेजने के लिये कोर्ट रवाना कर दिया गया।
तो इसलिये सिखाया गया सबक! पुलिस सूत्रों की मानें तो उक्त महिला के परिवार से पुलिस परेशान हो चुकी है। पूर्व में भी यह परिवार कईं पुलिसकर्मियों तक के खिलाफ गंभीर आरोपों में जांच करवा चुका है। क्रॉस केस बनाने के लिए इस परिवार की ओर से पहले भी ऐसे ही धरना देकर दबाव बनाने का काम किया गया था। इस बार भी पहले हुए विवाद में गांव के ही एक युवक का कान काटकर अलग कर दिया गया, जिसमें उक्त महिला के पति समेत तीन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज है।
इसी केस में फैसले को दबाव बनाने के लिए गैंगरेप की कहानी बनाई गई और महिला कलक्ट्रेट में धरने पर बैठी। महिला को आइंदा के लिये सबक सिखाने को पुलिस ने उसके खिलाफ आत्महत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया। कलक्ट्रेट के बजाय धरनास्थल गन्ना समिति के सामने सिर्फ इसलिये दर्शाया गया, क्योंकि रविवार को वहां प्रमुख सचिव का दौरा था। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली शहर राकेश पालीवाल के मुताबिक जो हुआ है, उसी के अनुरूप रिपोर्ट दर्ज की गयी है। अन्य कोई मंशा नहीं थी।