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हड़ताल के समर्थन पर विचार करेगा शिक्षक संघ

भागलपुर, कार्यालय संवाददाता। आरडीडीई राधे प्रसाद के विरोध में हड़ताल कर रहे कर्मचारियों को नैतिक समर्थन दे रहा बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ (गोप गुट) समर्थन पर विचार कर सकता है। संघ के जिला सचिव...

हड़ताल के समर्थन पर विचार करेगा शिक्षक संघ
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 27 Sep 2014 12:30 AM
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भागलपुर, कार्यालय संवाददाता। आरडीडीई राधे प्रसाद के विरोध में हड़ताल कर रहे कर्मचारियों को नैतिक समर्थन दे रहा बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ (गोप गुट) समर्थन पर विचार कर सकता है। संघ के जिला सचिव श्याम नंदन सिंह और जिलाध्यक्ष अशोक कुमार गुप्ता ने कहा है कि कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से दुर्गापूजा में नियोजित और स्नातक विज्ञान व कला पद पर प्रोन्नत शिक्षकों को मानदेय तथा वेतन नही मिल पाएगा।

उन्होंने कहा कि संघ ने हड़ताल का नैतिक समर्थन किया है। लेकिन इस हड़ताल से बड़े स्तर पर शिक्षकों का हित प्रभावित हो रहा है। हड़ताल खत्म कराने और दोनों पक्षों में समझौता कराने के लिए किसी भी स्तर पर कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। अगर जल्द ही आरडीडीई ने कर्मचारियों से वार्ता करने की पहल नहीं की या कर्मचारी उनके बुलावे पर वार्ता करने नहीं जाते हैं तो संघ खुद आंदोलन करेगा। ऐसी स्थिति में संघ कर्मचारियों को दिए जा रहे समर्थन पर विचार कर सकता है।

जरूरत पड़ने पर उसके खिलाफ आंदोलन भी होगा। कर्मचारी आज निकालेंगे आरडीडीई का अर्थी जुलूस बिहार शिक्षा अनुसचिवीय कर्मचारी संघ ने शुक्रवार को आरडीडीई का अर्थी जुलूस निकालने का निर्णय किया है। संघ के जिला मंत्री कुमार राहुल और अध्यक्ष ललन प्रसाद सिंह ने बताया कि 24 सिंतबर को जिला शिक्षा पदाधिकारी ने आरडीडीई के साथ कर्मचारियों की मध्यस्थता कराने के लिए वार्ता तय की थी। इसको देखते हुए सभी हड़ताली कर्मचारी आरडीडीई के कार्यालय परिसर में एकत्र हुए। लेकिन आरडीडीई उपलब्ध नहीं थे।

उन्होंने कोई संदेश भी नहीं भेजा। दोपहर बाद उन्होंने अपने आदेशपाल से खबर भिजवाई कि वार्ता के लिए उन्होंने नहीं बल्कि जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बुलाया होगा। संघ ने आरोप लगाया कि पूर्व में भी जब शिक्षक संघ ने आरडीडीई से वार्ता करनी चाही थी तो वह नहीं मिले थे। साथ ही संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि पीरपैंती के विधायक अमन पासवान उन लोगों से गुरुवार को मिले और मामले को सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।

हड़ताल असंवैधानिक : आरडीडीई आरडीडीई राधे प्रसाद ने अपने ऊपर लगे आरोप पर कहा कि डीएम की अध्यक्षता में मिड डे मील को लेकर बैठक थी। संभवत: इस वजह से जिला शिक्षा पदाधिकारी को समय नहीं मिल पाया। कर्मचारी जबरन हड़ताल पर हैं। पहली बार 18 मुद्दों पर कर्मचारियों से समझौता हो गया था। लेकिन बाद में वही लोग हस्ताक्षर करने नहीं आए।

अब कह रहे हैं कि मेरे तबादले तक हड़ताल पर रहेंगे। इसका मतलब है कि 18 मांगों का एजेंडा यूं ही रखा गया था। मुझे माध्यमिक शिक्षा निदेशालय से बताया कि नियोजित शिक्षकों के मानदेय की राशि भेजी गई है। लेकिन हड़ताल की वजह से ई-मेल नहीं खुला।

ऐसे में शिक्षकों का त्योहार भी फीका रहेगा। आरडीडीई ने कहा कि उनके तबादले का मामला सरकार को तय करना है। कर्मचारी अपनी बात वहां रख चुके हैं। ऐसे में सरकार के निर्णय की प्रतीक्षा नहीं कर हड़ताल जारी रखना असंवैधानिक है।

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