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सीसीएसयू में दोबारा चेक हो सकेंगी कापियां

प्रवीण दीक्षित मेरठ। कॉपियों के पन्ने गिनकर छात्रों को नंबर देने वाले शिक्षकों का फैसला अब पत्थर की लकीर नहीं होगा। छात्र अब दो हजार रुपये जमा कराते हुए किसी भी विषय के मूल्यांकन को विश्वविद्यालय में...

सीसीएसयू में दोबारा चेक हो सकेंगी कापियां
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 23 Sep 2014 12:42 AM
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प्रवीण दीक्षित मेरठ। कॉपियों के पन्ने गिनकर छात्रों को नंबर देने वाले शिक्षकों का फैसला अब पत्थर की लकीर नहीं होगा। छात्र अब दो हजार रुपये जमा कराते हुए किसी भी विषय के मूल्यांकन को विश्वविद्यालय में चुनौती दे सकेंगे। यदि छात्रों की चुनौती सही निकली तो दो हजार रुपये वापस मिल जाएंगे।

यदि दावा गलत रहा तो राशि नहीं मिलेगी। चुनौती के बाद प्रस्तावित पुनर्मूल्यांकनमें तीन विषय विशेषज्ञ होंगे। मूल्यांकन में लगातार बढ़ती शिकायत और शिक्षकों की लापरवाही के बाद चौ.चरण सिंह विश्वविद्यालय ने इस फैसले पर हाल में ही परीक्षा समिति में मुहर लगा दी है। नए नियमों के अनुसार यदि किसी छात्र को मूल्यांकन पर कोई आपत्ति है तो वह दो हजार रुपये फीस जमा कराते हुए फिर से कॉपी चेक करा सकता है। कॉपी विशेषज्ञों के पैनल की मौजूदगी में चेक होगी।

इसमें छात्रों को भी विषय का शिक्षक लाने की छूट होगी। दूसरा शिक्षक पूर्व में कॉपी चेक करने वाला होगा। तीसरा शिक्षक विश्वविद्यालय का होगा। ये तीनों ही शिक्षक छात्र के दावे की जांच करेंगे। फिलहाल परीक्षा समिति में फैसले पर मुहर लगने के बाद आदेश तैयार करने की प्रक्रिया जारी है। सूत्रों के अनुसार एक शिक्षक से दूसरे शिक्षक के मूल्यांकन में 15 फीसदी तक अंकों का अंतर आ सकता है। ऐसे में 15 फीसदी के बदलाव को छात्रों के दावे में शामिल किया जाए या नहीं, इस पर निर्णय बाकी है।

15 फीसदी के इस बिंदु पर स्पष्ट निर्देश को मामला कुलपति के पाले में है। वहीं, यह फैसला लागू होने से सीसीएसयू के मूल्यांकन सिस्टम मे बड़े बदलाव की उम्मीद है। अभी तक सीसीएसयू मंे पुनर्मूल्यांकन का कोई प्रावधान नहीं है। यदि छात्र को कोई आपत्ति है तो वह कोर्ट में ही चुनौती दे सकता है। लेकिन इस फैसले के बाद मेधावी छात्रों को अपनी मेहनत का सही रिजल्ट हासिल करने में सफलता मिल जाएगा। साथ ही शिक्षकों पर भी कॉपी को सही जांचने का दबाव बढ़ेगा। इस फैसले के दायरे में छह लाख छात्र आएंगे।

परीक्षा समिति ने फैसले पर मुहर लगा दी है। छात्र को किसी भी विषय में दो हजार रुपये की फीस जमा कर मूल्यांकन को चुनौती दे सकता है। यदि दावा सही निकला तो रिजल्ट सही करते हुए उसे राशि लौटा दी जाएगी। यदि दावा गलत रहा तो यह राशि नहीं मिलेगी। फिलहाल कुछ बिंदुओं पर अभी निर्णय होना बाकी है। ' प्रो.एचएस सिंह, प्रतिकुलपति, सीसीएसयू।

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