अंतरकलह के बावजूद भाजपा ने लहराया परचम
सहारनपुर। हमारे संवाददाता। अंतरकलह के बावजूद भाजपा ने नगर में जीत का परचम लहराया है। यह भाजपा का बेहतर प्रबंधन ही है कि सामने खड़ी सपा के मंत्रियों की फौज और अपने खेमें में अंतरकलह की दुश्वारियों के...
सहारनपुर। हमारे संवाददाता। अंतरकलह के बावजूद भाजपा ने नगर में जीत का परचम लहराया है। यह भाजपा का बेहतर प्रबंधन ही है कि सामने खड़ी सपा के मंत्रियों की फौज और अपने खेमें में अंतरकलह की दुश्वारियों के बावजूद पार्टी प्रत्याशी के सिर 26 हजार मतों से जीत का सेहरा बंधा है। भाजपा में उपचुनाव के टिकट की खातिर कई लोग लाइन में थे।
लंबे समय तक पार्टी ने भी अपने पत्ते नहीं खोले और इस बीच बढ़ती दावेदारी भाजपा के लिए ही परेशानी का सबब बन गई। राजीव गुंबर का टिकट फाइनल होने के बाद से ही पार्टी में स्थानीय स्तर पर आंतरिक कलह पनप गया था इसका खुलासा पार्टी कार्यालय के उद्घाटन के दौरान हो गया। यहां कोर्ट रोड स्थित पार्टी के कार्यालय पर जमकर कुर्सियां चलीं। पार्टी का यह अंतरकलह जब सड़क पर आया तो चुनाव में लगी विरोधी पार्टियों को हौसले भी बुलंद हुए।
सहारनपुर में रुके हुए सपा के मंत्रियों को भी लगने लगा था कि भाजपा में स्थानीय स्तर पर पनप रहे इस अंतर कलह का सीधा लाभ उन्हें ही मिलने वाला है। चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आया तो भाजपा प्रत्याशी को यह आशंका जताने लगी कि चुनाव में सपा प्रदेश में अपनी शक्ति का दुरुपयोग कर सकती है। आनन-फानन में सांसद की ओर से बुलाई प्रेस कांफ्रेंस में पार्टी प्रत्याशी ने अपने डर को सार्वजनिक करते हुए शासन और प्रशासन की नीयत पर सवाल खड़े किए।
यानि कहीं न कहीं अंतरकलह और सामने खड़ी सत्तासीन पार्टी को लेकर भाजपाइयों में भी आशंका बनी हुई थी लेकिन इस जीत ने सारे कयास खत्म करते हुए साबित कर दिया है कि यह भाजपा का कुशल प्रबंधन ही था जो तीसरी बार भाजपा को नगर सीट पर कामयाबी मिली है।