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साइकिल से चलकर करना पड़ेगा ताज महल का दीदार

 ग्रेटर नोएडा/हमारे संवाददाता। शहर में बढ़ते ट्रैफिक के दबाव और पर्यावरण संरक्षण के लिए सरकार ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा, आगरा और लखनऊ शहरों में साइकिल को बढ़ावा देने की योजना बनाई है। आगरा में...

साइकिल से चलकर करना पड़ेगा ताज महल का दीदार
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 13 Sep 2014 12:02 AM
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 ग्रेटर नोएडा/हमारे संवाददाता। शहर में बढ़ते ट्रैफिक के दबाव और पर्यावरण संरक्षण के लिए सरकार ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा, आगरा और लखनऊ शहरों में साइकिल को बढ़ावा देने की योजना बनाई है। आगरा में ताजमहल देखने के लिए तो साइकिलों से ही जाना पड़ेगा।

इन शहरों में बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और मेट्रो स्टेशनों पर आधुनिक साइकिल स्टैंड बनाए जाएंगे। शुक्रवार को यूपी के प्रमुख सचिव (उद्योग) संजीव शरण ने ग्रेटर नोएडा में पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि पहले चरण में नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना क्षेत्र, लखनऊ और आगरा के लिए साइकिल प्लान बनाया गया है। साइकिल को बढ़ावा देने के लिए शासनादेश जारी किया जा रहा है। बड़े बिल्डरों के प्रोजेक्ट का नक्शा तभी पास होगा, जब वे परिसर में साइकिल ट्रैक और स्टैंड बनाएंगे।

इन शहरों में हर बड़ी सड़क के किनारे साइकिल ट्रैक अलग से बनाया जाएगा। यह ट्रैक विशेष रंग का होगा। गोल चक्करों के पास सड़क पार करने के लिए साइकिल क्रॉसिंग भी बनाए जाएंगे। ताज की ओर जाने वाली सड़क पर बनेगा ट्रैक सेमिनार में आगरा विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष मनीषा तिगरिया शामिल हुईं। उन्होंने बताया कि आगरा में ताजमहल की ओर जाने वाली सड़क पर साइकिल ट्रैक बनाया जाएगा। बाद में अन्य बड़ी सड़कों के किनारे भी साइकिल ट्रैक बनाए जाएगा।

धीरे-धीरे ताजमहल की ओर एक निश्चित दूरी के बाद वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। केवल साइकिल वालों को आगे जाने की अनुमति मिलेगी। गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय मेें वाहनों का प्रवेश वर्जित ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के चेयरमैन रमा रमण ने बताया कि गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय परिसर में अब वाहन प्रवेश नहीं कर सकेंगे। कुलपति और प्रोफेसर कारों का इस्तेमाल करेंगे लेकिन छात्र कोई भी बाइक और कार नहीं चला सकेंगे। छात्रावास, क्लास रूम आदि तक जाने के लिए छात्र साइकिल का इस्तेमाल करेंगे।

इसी तरह ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क में साइकिलों को बढ़ावा दिया जाएगा। हर संस्थान में छात्रों की संख्या के बराबर साइकिलें रखनी होंगी। नोएडा सेक्टर18 में भी वाहन प्रवेश पर प्रतिबंध चेयरमैन ने बताया कि फिलहाल रेडिसन होटल के पास बन रही पार्किंग के पूरा होने तक सेक्टर 18 में वाहन चालकों के साथ सख्ती नहीं की जाएगी, लेकिन निर्माण पूरा होने पर सेक्टर में केवल पैदल और साइकिल चालकों को ही प्रवेश करने दिया जाएगा। अन्य तमाम तरह के वाहनों के प्रवेश पर पाबंदी लगाई जाएगी।

इन मेट्रो स्टेशनों के पास बनेंगे साइकिल स्टेंड नोएडा के मैट्रो स्टेशनों, लेबर चौक, डीएससी रोड, पुराना औद्योगिक इलाका और सेक्टर 58, 62, 63 में साइकिल स्टैंड बनाए जाएंगे। स्टैंड आधुनिक होंगे। यहां से साइकिल चोरी करना भी आसान नहीं होगा। साइकिल पूरी तरह सुरक्षित रहेगी। कंपनी में स्टैंड जरूरी नोएडा और ग्रेटर नोएडा में तमाम कंपनी परिसरों में भी साइकिल स्टैंड बनाना अनिवार्य किया जाएगा। कर्मचारियों की संख्या के बराबर साईिकल रखनी पड़ेंगी। डीएमआईसी की इंट्रीगेटिड सिटी में भी साइकिल ट्रैक बनेगा।

एक्सप्रेस वे के किनारे दौड़ेगी साइकिल ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने नोएडा को जोड़ने वाले 130 मीटर चौड़े एक्सप्रेस-वे और 60 मीटर तक चौड़ी सभी सड़कों के दोनों ओर साइकिल ट्रैक बनाने का निर्णय लिया है। 105 मीटर चौड़ी सड़क पर साइकिल ट्रैक पहले से बना है। यमुना प्राधिकरण के सीईओ पीसी गुप्ता ने बताया कि यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे जेवर तक सर्विस लेन का निर्माण पूरा हो जाएगा। सड़क और ग्रीन बेल्ट के बीच साइकिल ट्रैक बनाया जाएगा। लखनऊ में चार जगह बनेंगे साइकिल ट्रैक प्रमुख सचिव उद्योग ने बताया कि लखनऊ विकास प्राधिकरण के अफसरों के साथ बैठक कर चार जगहों पर साइकिल ट्रैक बनाने का निर्णय लिया गया है।

इनमें चक बजरिया सिटी, पार्क रोड, गोमती नगर और ला मांटेनियर रोड को चुना गया है। 'मैं गाजियाबाद में रहता था और आईआईटी दिल्ली में पढ़ाई करने जाता था। साइकिल से मात्र 35 मिनट में यह फांसला तय कर लेता था, जबकि बसों से जाने वाले छात्र डेढ़ घंटे में पहुंचते थे। मेरा अनुभव है कि 10-15 किलोमीटर लंबी दूरी का सफर कार के मुमाबले साइकिल से ज्यादा सहज है। संजीव सरन, प्रमुख सचिव उद्योग।

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