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लक्ष्मीकांत को भाजपा कार्यकर्ताओं ने दिखाए काले झण्डे

सदर सीट से राजीव गुंबर को भाजपा प्रत्याशी घोषित करने के बाद पनप रहे आक्रोश का सामना शुक्रवार को सहारनपुर आए प्रदेशाध्यक्ष डॉ.लक्ष्मीकांत वाजपेयी को करना पड़ा। भाजपा कार्यकर्ताओं ने वाजपेयी पर टिकट...

लक्ष्मीकांत को भाजपा कार्यकर्ताओं ने दिखाए काले झण्डे
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 29 Aug 2014 08:58 PM
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सदर सीट से राजीव गुंबर को भाजपा प्रत्याशी घोषित करने के बाद पनप रहे आक्रोश का सामना शुक्रवार को सहारनपुर आए प्रदेशाध्यक्ष डॉ.लक्ष्मीकांत वाजपेयी को करना पड़ा। भाजपा कार्यकर्ताओं ने वाजपेयी पर टिकट प्रक्रिया के दौरान अभद्रता और राजनीतिक शिष्टाचार की बखियां उखेड़ने का आरोप लगाते हुए काले झंडे दिखाए। इस पर वहां जमकर कुर्सियां चलीं। नेताओं के कुरते फट गए। आलम यह रहा कि वाजपेयी को मुश्किल से वहां से निकाला गया।

शुक्रवार को प्रदेशाध्यक्ष को कोर्ट रोड स्थित एक मार्केट में प्रत्याशी राजीव गुंबर के मुख्य चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करना था। समारोह में दीप प्रज्जवलन व उद्घाटन के बाद जैसे ही वाजपेयी का नाम पुकारा गया तभी सरदार कमलजीत, नकुल सिरोही व अमित वर्मा आदि कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाकर, बेईमान अध्यक्ष वापस जाओ, ऐसा अध्यक्ष नहीं चाहिए, के नारे लगाने शुरू कर दिए। दूसरे लोगों ने इसका विरोध किया तो दोनों आपस में भिड़ गए। जमकर कुर्सियां चलीं। लात-घूंसों के बीच कुछ के कपड़े तक फट गए। करीब आधे घंटे तक हंगामा चला। प्रदेश उपाध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, विधानसभा क्षेत्र प्रभारी व प्रदेश मंत्री अश्वनी त्यागी, इंद्रजीत सहगल, भगत सिंह वर्मा आदि ने भीड़ में घुसकर कार्यकर्ताओं को शांत कराने का प्रयास किया। आधं घंटे तक हो-हल्ला, मारपीट और शोर-शराब के चलते वाजपेयी को बगैर भाषण दिए ही वहां से निकलना पड़ा। कार्यकर्ता घेरा बनाकर उन्हें मुश्किल से उनके वाहन तक ले गए। विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं का आरोप था कि अध्यक्ष कार्यकर्ताओं की बेइज्जती करते हैं। इस दौरान सांसद को सम्मान न देने के भी आरोप लगाए गए। सांसद खुद भी कार्यक्रम में नहीं आए। उधर, पार्टी के लोगों ने इसे टिकट न मिलने पर कुछ ठेकेदार और दलालों का ड्रामा बताया।

मंच छोड़ने से पहले वापजेयी बोले
डॉ.लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि जो लोग विरोध कर रहे हैं, कुछ समय पहले उन्हें भी इन्हीं कार्यकर्ताओं ने जिताया था। आज जो यह कर रहे हैं वो ठीक नहीं है। कहा कि टिकट में पूरी पारदर्शिता बरती गई है। पार्टी हाईकमान को चार नाम भेजे गए थे, उनमें से राजीव गुंबर का नाम फाइनल हो गया है।

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