पुलिस ने कहा कि एमसीडी नहीं करती सहयोग
नई दिल्ली, वरिष्ठ संवाददाता। दिल्ली पुलिस ने हाईकोर्ट में हलफनामा दाखिल करते हुए दिल्ली पुलिस ने कहा है कि अवैध निर्माण गिराने पर जनता उग्र हो जाती है, नेता उन्हें उकसाते हैं और नगर निगम भी...
नई दिल्ली, वरिष्ठ संवाददाता। दिल्ली पुलिस ने हाईकोर्ट में हलफनामा दाखिल करते हुए दिल्ली पुलिस ने कहा है कि अवैध निर्माण गिराने पर जनता उग्र हो जाती है, नेता उन्हें उकसाते हैं और नगर निगम भी सहयोग नहीं करता। साथ ही पिछले 40 से 45 सालों में इलाके में अवैध निर्माण गिराने के दौरान यहां दर्जनों हिंसा हुई हैं। पुलिस ने कहा है कि बटला हाउस मुठभेड़ के बाद यहां की स्थिति और भी नाजुक हुई है। दिल्ली पुलिस ने अपने हलफनामे में कहा है कि वर्ष 1990 के बाद से अब तक सरकारी अधिकारियों के खिलाफ 27 हिंसा की घटनाएं हो चुकी हैं।
जस्टिस मनमोहन के समक्ष दाखिल इस हलफनामे में दिल्ली पुलिस ने कहा है कि वर्ष 2008 के बटला हाउस मुठभेड़ के बाद इस इलाके की स्थिति और भी संवेदनशील हो गई है। पुलिस ने यह हलफनामा जामिया नगर इलाके में अवैध निर्माण गिराने की मांग को लेकर दाखिल याचिका पर पक्ष रखते हुए दाखिल किया है। अधिवक्ता शोएब हैदर के माध्यम से दाखिल इस हलफनामे में पुलिस ने कहा है कि इस इलाके में अधिकांश लोग अवैध निर्मित मकानों में रहते हैं।
पुलिस ने कहा है कि चुनाव के दौरान सभी उम्मीदवार अवैध निर्माण गिराने के खिलाफ प्रचार कर लोगों को उकसाने का काम करते हैं। इलाके में अवैध निर्माण गिराने के लिए पुलिस बल मुहैया कराने में होने वाली परेशानी को बताते हुए कहा कि वह अदालत के आदेश का पालन करने के लिए बाध्य हैं। नगर निगम पर आरोप दिल्ली पुलिस ने दक्षिणी दिल्ली नगर निगम पर अवैध निर्माण गिराने के मामले में पुलिस के साथ समन्वय नहीं करने का आरोप लगाया है।
दिल्ली पुलिस ने कहा है कि नगर निगम सुनियोजित तरीके से अवैध निर्माण गिराने के लिए संयुक्त सर्वे भी नहीं करती है। इतना ही नहीं, नगर निगम पर स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर तालमेल नहीं बिठाने का आरोप लगाया है। मशीन के बजाए मजदूर से हो अवैध निर्माण गिराने की कार्रवाई पुलिस ने कहा है कि जामिया नगर इलाके में जहां पर अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई की जानी है वहां बड़े वाहनों के आने जाने का रास्ता नहीं है।
पुलिस ने कहा है कि नगर निगम तोड़फोड़ के लिए बड़े मशीनों का इस्तेमाल करती है। लेकिन बेहतर होगा कि मशीन के बजाए आसपास के घरों को खाली करवा कर मजदूर से अवैध निर्माण गिराएं जाएं।