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रांची से अपहृत छात्र बोकारो में खेत में मिला बेहोश

बोकारो प्रतिनिधि। जन्माष्टमी की शाम रांची के डोरंडा से किताब खरीदने निकला 11 वीं का छात्र अमित बोकारो रेलवे स्टेशन के ए केबिन के पास खेत में गुरुवार को बेहोशी की हालत में मिला। केबिन के पास खेत में...

रांची से अपहृत छात्र बोकारो में खेत में मिला बेहोश
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 22 Aug 2014 01:06 AM
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बोकारो प्रतिनिधि। जन्माष्टमी की शाम रांची के डोरंडा से किताब खरीदने निकला 11 वीं का छात्र अमित बोकारो रेलवे स्टेशन के ए केबिन के पास खेत में गुरुवार को बेहोशी की हालत में मिला। केबिन के पास खेत में ग्रामीणों ने उसके हाथों में रस्सी बंधा देख उसे रेलवे कर्मचारियों के पास पहंुचाया। रेलवे कर्मियों ने एक लड़के के हाथ में रस्सी से बंधे होने की सूचना स्टेशन प्रबंधक एके मिश्रा को दी।

रांची के जेवीएम श्यामली का छात्र है अमित जीआरपी को दिए बयान में अमित ने कहा कि वह भागलपुर जिले के सबौर थाना क्षेत्र का रहने वाला है। पिता सुभाषचंद्र झा गांव में किसान हैं। हॉस्टल में रहकर डोरंडा स्थित जेवीएम श्यामली स्कूल में 11वीं कक्षा में पढ़ाई कर रहा है। उसने जीआरपी अधिकारियों को बताया कि जन्माष्टमी के दिन शाम को डोरंडा से किताब खरीदने कांटा टोली ऑटो से आया था। भीड़ होने की वजह से ऑटो ने उसे किताब दुकान से काफी दूर उतार दिया।

जिसके बाद पैदल किताब दुकान पहंुचा। दुकान से अंग्रेजी की किताब खरीदने के बाद एक गली में शौच करने चला गया। उसी बीच पीछे से कुछ लोगों ने रुमाल में बेहोशी की दवा नाक में डाल दी, उसके बाद पता नहीं कहां ले गए। तीनों को ले जाना है जमुई... अमित ने बताया कि बुधवार उसे थोड़े देर के लिए होश आया, तो वह छोटे कमरे मंे था। इसके पहले एक बार और होश में आया था, उस वक्त कार में था।

उसके बगल में एक और आगे में दो लोग बैठे थे। उसका हाथ और मुंह बंधा था। बुधवार को प्यास लगी तो पानी लाकर अपहृर्ताओं ने दिया। उस दौरान वे लोग बात कर रहे थे कि तीनों को जमुई ले जाना है। फिर उसे बेहोशी की दवा नाक में सटा दी। उसके बाद पता नहीं वे लोग कहां ले गए। जिसके बाद सुबह बेहोशी की हालत में जंगल के पास एक खेत में पड़ा था।

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