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अच्छे दिन आएंगे, निगम ने दिलाया भरोसा

मुरादाबाद। वरिष्ठ संवाददाता। मुद्दत से समस्याओं का सितम झेल रहे शहरवासी आने वाले दिन सुकून का एहसास कर सकते हैं। असल में, समस्याओं के भंवर से लोगों को छुटकारा दिलाने के लिए शहर में एकदम से कोई...

अच्छे दिन आएंगे, निगम ने दिलाया भरोसा
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 12 Aug 2014 01:22 AM
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मुरादाबाद। वरिष्ठ संवाददाता। मुद्दत से समस्याओं का सितम झेल रहे शहरवासी आने वाले दिन सुकून का एहसास कर सकते हैं। असल में, समस्याओं के भंवर से लोगों को छुटकारा दिलाने के लिए शहर में एकदम से कोई 'चमत्कार' नहीं होने वाला है बल्कि अब सारे सिस्टम को इस तरह से संचालित किया जाएगा कि इसमें शहर के बाशिन्दे अपना योगदान दे सकें।

किसी भी समस्या को जल्द से जल्द अफसरान तक पहुंचाने से लेकर उनके समाधान में लोगों का मार्गदर्शन लिया जाएगा। जिसके नतीजे में कुछ समय बाद यहां के लोग खुद को उस शहर में मौजूद महसूस कर सकेंगे जिसे वो सपनों का शहर मानते हैं।

सोमवार को लाकड़ी फाजलपुर स्थित 'हिन्दुस्तान' कार्यालय में आयोजित संवाद का कुछ यही लब्बोलुआब निकलकर आया। पिछले दस दिनों से 'हिन्दुस्तान' ढाई बरस के हो चुके मौजूदा नगर निगम की उन उपलब्धियों पर रोशनी डाल रहा था जिसकी अहमियत शहरवासियों को समस्याओं से निजात दिलाने के रूप में दिखाई पड़ती है। इसके जरिये शहर के लोगों ने कुल मिलाकर हर छोर पर नगर निगम की नाकामियों का मंजर ही देखा। जिनमें शहर की 'संसद' अपने मकसद में बिल्कुल भी खरी उतरती नजर नहीं आई।

जब शहरवासियों के लिए तमाम समस्याएं सितम बन गईं हैं, तब उन्हें सुकून मिलने की एक झलक भी नहीं दिखाई देना। क्या इस दौर को ऐसे ही बर्दाश्त किया जाता रहेगा? क्या नगर निगम इसी तरह अपने 'नाकारापन' का एहसास कराता रहेगा? शहर के लोग आने वाले समय में उससे सुकून मिलने की उम्मीद करें या नहीं? कुछ ऐसे ही सवालों के साथ शहर के गणमान्य नागरिक 'हिन्दुस्तान संवाद' के मंच पर इकट्ठा हुए। जिसमें उनके बीच नगर आयुक्त संजय कुमार सिंह मौजूद थे।

उनके साथ ही महाप्रबंधक, जलकल एसके वर्मा, नगर निगम में सेनिटेशन के प्रभारी डाॠ.सुरेंद्र शर्मा भी मौजूद थे। इस दौरान शहर के विभिन्न वर्गों के प्रतिनिधियों ने लोगों को परेशान करने वाली समस्याएं सामने रखीं। कूड़ा नहीं उठने, नगर निगम के कूड़ा बाॠक्स के आसपास का इलाका कूड़ाघर में तब्दील होने, अतिक्रमण होने से सड़कें छोटी हो जाने, बंदरों, कुत्तों के आतंक, हाउस टैक्स, वाटर टैक्स के बिल में गड़बड़ी समेत तमाम समस्याएं उठाई गईं। जिनका उचित समाधान कराने के लिए नगर आयुक्त ने आश्वासन दिया।

उन्होंने ऐसे तरीके भी साझा किए जिनके जरिये लोग अपनी समस्याएं नगर निगम तक त्वरित समय में पहुंचा सकते हैं। अपना सुझाव भी दे सकते हैं। समाधान के लिए जितना अधिकतम समय निर्धारित है या होगा अगर समय उससे ज्यादा निकल जाता है तो भी लोग अपनी बात तत्काल नगर निगम तक पहुंचा सकते हैं।

अहम समस्याएं 1.लाइनपार में पुतलीघर रोड पर रिहायश काफी बढ़ी है, लेकिन वहां रेलवे लाइन पड़ी होने के कारण यातायात की सहूलियत उपलब्ध नहीं हो पा रही है।

जबकि, यह रेलवे लाइन अब इस्तेमाल में नहीं आ रही है। 2.कई महीनों से शहर के मोहल्लों से कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है। ए टू जेड कंपनी के लोग कूड़ा उठाने नहीं पहुंचे हैं। जिससे तमाम इलाकों में गंदगी के अंबार लगे हुए हैं। 3.पूरे शहर में कूड़ा बाॠक्सों से कूड़ा उठाने वाली गाडि़यां सुबह उस समय पहुंचती हैं जब लोगों के दफ्तर पहुंचने का समय होता है। इन गाडि़यों के चलते गंदगी फैलने और जाम की समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है।

4.सभी लोगों ने एकस्वर से मांग उठाई कि कूड़ा रात को ही उठा लिया जाना चाहिए। जिससे लोगों को जाम की असुविधा झेलने से भी निजात मिल जाएगी। 5.बरसात के मौसम में संक्रामक रोग फैलने का खतरा ज्यादा है जिसके मद्देनजर वाटर टैंक की अच्छी तरह साफ सफाई करके क्लोरीनेशन किया जाना चाहिए। 6.हाउस टैक्स और वाटर टैक्स के बिल में मनमानी हो रही है। मनमाना ब्याज लगाकर बिल थमाया जा रहा है। जितना बनता है उससे कई गुना ज्यादा बिल आ रहा है।

7.एल एंड टी कंपनी ने सीवर लाइन बिछाने के लिए तमाम जगहों पर सड़क खोदी थी। जितने भी इलाकों में खोदी गई सड़कें दोबारा बनाई गई हैं वहां मिट्टी बैठ जाने के कारण बड़े बड़े गड्ढे हो गए हैं जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। 8.बुधबाजार चौराहे से हिन्दू काॠलेज, अकबर का किला से वाणिज्य कर दफ्तर तक, कोर्ट रोड से गुरहट्टी चौराहे तक, इसी तरह शहर की कई सड़कें अतिक्रमण के कारण तंग हो गई हैं। 9.शहर में बंदरों और कुत्तों का आतंक बहुत ज्यादा है।

कई इलाकों में बंदरों की फौज निकल पड़ती है। लोग डरके मारे बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पाते। 10.नालियों का कूड़ा निकालने वाले कर्मी सिल्ट के सूखने के लिए वहीं छोड़ देते हैं। तीन तीन दिन कीचड़ बिखरा रहता है। लोग फिसल जाते हैं। 11.नई सड़क बिछाते समय सड़क को स्क्रेप नहीं किया जाता। ऊपर के ऊपर सड़क बनाई जाती है। जिससे सड़क की ऊंचाई बढ़ती जाती है। मकानों का लेवल नीचे हो जाता है। जिससे फिर जलभराव का सामना करना पड़ता है।

समस्याओं के समाधान का मिला आश्वासन हाथो हाथ समाधान 1.घरों से कूड़ा उठाने को लेकर ए टू जेड को अभी थोड़ा वक्त दिया जा रहा है। हो सकता है कंपनी के लोग कूड़ा उठाने के लिए जल्द ही जाना शुरू कर दें, लेेकिन अगर ऐसा नहीं होता है तो दूसरी कंपनी को लाने की कोशिशें शुरू की जाएंगी। 2.कूड़ा उठाने और गाडि़यों में भरकर ले जाने का समय सुबह सात से ग्यारह बजे तक निर्धारित है। प्रयास किया जाएगा कि नौ बजे से पहले ही कूड़ा उठ जाए।

कूड़ा रात में दस से एक और सुबह चार से छह बजे के बीच भी उठाने पर विचार होगा। 3.संक्रामक रोगों के मद्देनजर वाटर टैकों का सुपर क्लोरीनेशन कराया जा रहा है। इसकी वजह से लोगों को कभी कभी पानी थोड़ा कड़वा भी महसूस होता होगा। ऐसा उसमें क्लोरीन ज्यादा पड़ जाने से लगता है। फरवरी मार्च में वाटर टैंकों की सफाई हुई है, इसलिए इसकी जरूरत नहीं है। 4.हाउस टैक्स और वाटर टैक्स का बिल अगर उपभोक्ताओं को ज्यादा आने की बात महसूस हो रही है तो वह नगर निगम में आकर अपनी शिकायत रख सकता है।

उपभोग के हिसाब से बिल संशोधित करके दिया जाएगा। 5.एल एंड टी कंपनी ने जहां जहां भी सड़कें खोदी हैं वहां वहां से सड़कों के बैठ जाने की समस्या आ रही है। इन सभी सड़कों को उचित तरीके से दुरुस्त कराया जाएगा ताकि लोगों को दिक्कत नहीं हो। 6.आवारा पशुओं की शहर में समस्या बड़ी है। बंदरों और कुत्तों को शहर से उठाकर कहीं और पहुंचा देने के साथ एक समस्या ये जुड़ी है कि ये दूसरी जगह जाकर ज्यादा आतंक मचाते हैं, लेकिन इस समस्या का समाधान निकाला जाएगा।

7.अतिक्रमण की समस्या को लेकर जो बिन्दु उठाए गए हैं उन्हें नोट कर लिया गया है। समाधान का प्रयास किया जाएगा। 8.नालियों पर पेड़ पौधों की क्यारी बना लेना, पार्कों में गाडि़यां पार्क करना, इस तरह की कुछ समस्याएं ऐसी हैं जिनका समाधान ज्यादा से ज्यादा लोगों के जागरूक होने में निहित है। 9.शहर के कुछ इलाकों में व्यावसायिक बिल्डिंगें खाली पड़ी रहने और रिहायशी इलाकों के बाजार बनने की समस्या गंभीर है। समाधान ढूंढा जाएगा। 10.नई सड़कें बनवाने में इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि सड़क ऊंची न हो जाए।

सड़क को स्क्रेप किए जाने का सुझाव अच्छा है। इसे नोट कर लिया है। कुछ अहम फैसले 1.पार्कों के रखरखाव को कालोनियों की कमेटी होगी रजिस्टर्ड मुरादाबाद। हिन्दुस्तान संवाद में जहां एक ओर शहर की साफ सफाई और टूटी सड़कों को दुरुस्त कराए जाने की बात हुई,वहीं कालोनियों के पार्कों की बदतर हालत को देखते हुए कालोनियों की कमेटी बनाने पर सहमति बनी है। इन कमेटी का पंजीयन नगर निगम से होगा, जिससे पार्क की बेहतरी के लिए तत्काल फैसला लेकर काम कराया जाएगा।

इसके साथ ही पार्कों के हो रहे दुरु पयोग पर अंकुश लगाने में भी मदद मिलेगी। 2. व्हाटस एप पर भी साझा कर सकते अपनी परेशानियां मुरादाबाद। नगर निगम से जुड़ी किसी भी छोटी बड़ी समस्या के लिए वैसे तो दफ्तर के दरवाजे आम वाशिंदों के लिए खुले हैं लेकिन इसके बाद भी अगर किसी शहरवासी को निगम से जुड़ी कोई दिक्कत नगर आयुक्त से साझा करनी है तो वह उनसे सीयूजी नंबर पर व्हाटस एप पर भी उनको अपनी दिक्कत सेअवगत करा सकते हैं।

3. बेहतर वार्ड को अब निगम करेगा पुरस्कृ त मुरादाबाद। हिन्दुस्तान कीपहल पर जल्द ही निगम ने बेहतर वार्डों को पुरस्कृत करने का फैसला लिया है। संवाद के दौरान हुई चर्चा में बड़ा फैसला लिया गया। इस योजना को निगम जल्द फाइनल कर देगा। बेहतर वार्ड को पुरस्कृ त करने का मकसद वार्डों का साफ सथुरा रखवाना और अपने को दूसरे वार्ड से बेहतर दिखाना है। लोगों के साथ अफसरों ने भी माना कि वार्डों के बीच प्रतिस्पर्धा से बदल वार्डों की छोटी छोटी दिक्कतें अपने आप ही दूर हो जाएंगी।

संवाद में आए लोगों के कोड महीनों से शहर के मोहल्लों में कूड़ा नहीं उठने से महानगर कूड़ाघर बन गया है। अगर अब भी स्थिति नहीं सुधरी तो इस मौसम में खतरनाक बीमारियां फैलने से कोई रोक नहीं सकता। जिसकी जिम्मेदारी नगर निगम की ही होगी। संजय गुप्ता, पूर्व चेयरमैन, आईआईए जिन इलाकों में फैक्ट्रियां ज्यादा तादाद में हैं निश्चित तौर पर वहां से नगर निगम को अच्छी आय मिल रही है वहां विकास कार्य भी उतने ज्यादा होने चाहिए, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है।

प्रेमनगर इंडस्ट्रियल एरिया में अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है। विनीत गुप्ता, वाइस चेयरमैन, आईआईए कूड़ा उठाने के मामले में जो स्थिति अपने शहर में दिखाई दे रही है वहां तमाम बड़े शहरों में दूर दूर तक नजर नहीं आती। अपने शहर में कूड़ा उठाने वाले कर्मी तब सक्रिय होते हैं जब मार्केट खुल जाता है। लोग घर से दफ्तर के लिए निकल जाते हैं। कूड़ा तड़के या आधी रात को ही उठ जाना चाहिए। अमित अग्रवाल, एक्जीक्यूटिव मेंबर, आईआईए रामगंगा विहार में अकबर का किला से वाणिज्य कर कार्यालय तक की रोड व्यावसायिक दुकानों में तब्दील हो गई है, जबकि यह रेजीडेंशियल एरिया है।

जहां अतिक्रमण कर लिया गया है, जबकि कामर्शियल एरिया पर सन्नाटा है। अतुल भूटानी, इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन हरथला एरिया में अतिक्रमण अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए भी परेशानी बन रहा है। हरथला इलाके में तीन बड़े अस्पताल हैं। इस रोड पर दनादन ढाबे खुलने से सड़क छोटी होती जा रही है। प्रेशर हाॠर्न का इस्तेमाल बढ़ गया है। विशाल सेठी, इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन क्षेत्र में सरकारी अस्पताल का अभाव है। अंदरुनी क्षेत्रों में टूटी पड़ी सड़कों को दुरुस्त कराएं।

साथ ही पुतलीघर रोडपर निस्प्रयोग पड़ी रेल लाइन हटाकर सड़क निर्माण कराया जाए। हरिओम,रमेश कुमार वर्मा, गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट,निवासी लाइन पार डलाव घर को दूसरे स्थान पर शिफ्ट किया जाए। कूड़ा पड़ा रहने से क्षेत्र में संक्रमित रोगों के फैलने का खतरा रहता है। रामलीला मैदान में आसमाजिक तत्वों,आवारा पशुओं का जमावड़ा रहता है जिससे मैदान की रौनक बिगड़ने का खतरा बना रहता है। कैलाश चंद्र शर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता निवासी रामलीला मैदान पुतलीघर रोड की बेकार पड़े रास्ते पर सड़क बनाई जाए।

और रामलीला मैैदान के सामने बने धोबी घाट को शिफ्ट किया जाए। साथ ही टूटी पड़ी सड़कों की भी जल्द मरम्मत की जाए। दिनेश कुमार शर्मा, गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट,निवासी लाइनपार कूड़ा डंपिग सेंटर को जल्द से जल्द शिफ्ट किया जाए। डलावघर सेआस पास रहने वाले लोग तो परेशान होते हैंं। वहीं ग्राउंड के आस पास स्थित स्कू ल में आने वाले बच्चों को इससे दिक्कत होती है। रामलीला ग्राउंड में भी अराजक तत्वों का जमावड़ा रहता है। अनुपेंद्र सिंह, निवासी लाइनपार ने रामलीला ग्राउंड पार्कों की बदहाली पर ध्यान दिया जाए।

ग्रीन बेल्ट संवारी जाए। नाला नालियों पर हो रहे अतिक्रमण को हटाया जाए। इस समस्याओं के लिए योजनाबद्ध तरीके से अभियान चलाया जाए। डा. विशेष गुप्ता, एसोसिएट प्रोफेस, एमएच कालेज निवासी बुद्धि विहार निगम के सफाई कर्मी मशीनों की मदद से नाला तो साफ करते है लेकिन उसको तुंरत नहीं उठाते जिसकी वजह से आधा कूड़ा फिर नालों में पहुंचकर बारिश में मुश्किलें पैदा करता है। इसलिए इसको तुरंत हटाया जाए। रोहित बाली,नरमू नेता निवासी रेलवे कालोनी नालों में कूड़ा रोकने के लिए लगे झालियों को दुरुस्त कराने और समय से सफाई करवाए जाने की बात कही।

कहा ऐसा होने से जलभराव की दिक्कत से भी निजात मिलेगी। मनोहर ममंगई,नरमू नेता निवासी हरथला रेलवे कालोनी समय से कूड़ा उठवाया जाए। समय समय पर क्षेत्र में फाॠगिंंग कराई जाए। साथ ही सफाई दुरुस्त रहने से क्षेत्र में बीमारियों का खतरा भी नहीं होगा। टूटी सड़कों पर भी ध्यान दिया जाए। शलभ सिंह, उरमू नेता नियमित रूप से मोहल्लों से कूड़ा नहीं उठाया जाता। इसकी वजह से लोग खाली प्लाॠट को ही कूड़ादान बना लेते हैं। इससे बीमारियां पनपती हैं।

इस समस्या से निजात तभी मिल सकेगी जब प्रतिदिन घर-घर से कूड़ा उठवाया जाएगा और शहर से दूर इसे डंप किया जाएगा। आरती गुलाटी, समाजसेवी शहर में जगह-जगह नालियां खुली हैं। इससे तमाम बीमारियां फैल रही हैं। खुली नालियां पाकर लोग इसमें कूड़ा फेंकते हैं। इससे कई बार नाली चोक हो जाती हैं। यह समस्या पूरे शहर की है। इसलिए हमारी गुजारिश है कि इस ओर ध्यान दिया जाए ताकि शहरवासी स्वस्थ वातावरण में सांस ले सकें। गरिमा सिंह, पीआरओ, सीएल गुप्ता आई इंस्टीट्यूट गंदगी के साथ-साथ शहर में स्ट्रीट लाइट की समस्या है।

इससे रात को कहीं भी जाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। स्ट्रीट लाइटें नहीं होने से वारदातें भी ज्यादा होती हैं। मेरा सुझाव है कि काम का बंटवारा कर तमाम अव्यवस्थाओं से निजात मिल सकती है। वंदना छाबड़ा, प्रधानाचार्य, आरआरके स्कूल जाम की समस्या से हर दिन शहर को दो-चार होना पड़ता है। डबल फाटक क्षेत्र में इन दिनों यह समस्या सबके लिए परेशानी का कारण बनी हुई है। स्कूली बच्चे हों या फिर शिक्षक या फिर अभिभावक, हर कोई इससे परेशान है।

रोज-रोज घंटों जाम से जूझना पड़ता है। इस समस्या के स्थाई समाधान की अपेक्षा करते हैं। गुरविंदर कौर, उपप्रधानाचार्य, गांधी नगर पब्लिक स्कूल अव्यवस्थाओं के जिम्मेदार काफी हद तक शहरवासी भी हैं। अतिक्रमण की वजह से जाम की समस्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। हमें अवैध अतिक्रमण से बचना होगा, तभी जाम की समस्या से बच सकेंगे। प्रशासन को इसके लिए सख्त नियम बनाने होंगे। इसके साथ ही सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए नियमित रूप से कूड़ा उठवाई जाए।

रश्मि सिंह, प्रधानाचार्य, सेंट मीरा अकादमी लाजपतनगर पानी की टंकी के नजदीक गंदगी का अंबार लगा रहता है। सड़के भी खराब हो रही हैं। इलाके के लोगों को काफी दुशवारी का सामना करना पड़ता है। हिन्दुस्तान का प्रयास रंग लाएगा। इससे शहर के लोगों राहत मिलेगी। हाफिज इफ्तेखार हुसैन साबरी, सज्जादानशीन पानी का संकट से काफी दिक्कत हो जाती है। हिन्दुस्तान द्वारा शहर के लोगों की समस्याओं का निस्तारण कराने का प्रयास सराहनीय है। अधिकारियों से सीधे बात कराई गई और शहर के लोगों को वादा भी मिला।

फरहत अली खां, लाजपतनगर ख्वाजा नगर और करुला क्षेत्र में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। हिन्दुस्तान की पहल से हम लोगों की समस्या नगर निगम के अधिकारियों ने सुनी और जल्द निस्तारण किए जाने का आश्वासन भी मिला। हिन्दुस्तान कार्यक्रम सराहनीय है। नाजिम अशरफी, कोहिनूर तिराहा गंदगी और अतिक्रमण से हम लोगों को खासी परेशानी होती है। हिन्दुस्तान के माध्यम से हम लोगों को नगर निगम के अधिकारियों से सीधे बात करने का अवसर मिला। समस्याओं के दूर होने की अब ज्यादा उम्मीद है।

मोहम्मद यासीन।

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