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कोसी में बाढ़ का खतरा अभी टला नही

 नेपाल में भूस्खलन के कारण कोसी क्षेत्र में उत्पन्न बाढ़  खतरा अभी टला नहीं है। रविवार को हर आधे घंटे पर नेपाल के बराह क्षेत्र में पानी छोड़े जाने से कोसी के इलाकों में पानी फैलने की...

कोसी में बाढ़ का खतरा अभी टला नही
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 04 Aug 2014 05:21 PM
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 नेपाल में भूस्खलन के कारण कोसी क्षेत्र में उत्पन्न बाढ़  खतरा अभी टला नहीं है। रविवार को हर आधे घंटे पर नेपाल के बराह क्षेत्र में पानी छोड़े जाने से कोसी के इलाकों में पानी फैलने की संभावना बढ़ गई है। संभावित खतरे को देखते हुए चूनापुर स्थित वायुसेना एवं सशस्त्र सीमा बल के जवानों को हाई अलर्ट कर दिया गया है।  किसी भी स्थिति से निबटने के लिए सेना के जवानों को तैयार रहने का निर्देश दिया गया है।
इस बीच, बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए केन्द्र सरकार की ओर से चार मिग हेलीकाप्टर चूनापुर पहुंच चुका है जबकि  सी-17 ग्लोमास्टर मालवाहक जहाज भी रविवार की देर शाम तक चूनापुर पहुंच रहा है। इस जहाज के साथ 24 सदस्यीय मेडिकल और एनडीआरएफ की टीम भी आ रही है। अत्याधुनकि उपकरणों से लैश यह जहाज  विषम परिस्थति में कहीं भी  मेडिकल सहायता पहुंचा सकती है।
पूर्णिया के जिलाधिकारी अरविन्द कुमार सिंह ने बताया कि फिलहाल अभी कोई खतरा नहीं है। फिर भी एहतियात के तौर पर सभी उपाय किये जा रहे हैं। हालांकि पूर्णिया जिले में बाढ़ का कोई खतरा नहीं है लेकिन मधेपुरा से सटे पूर्णिया जिले के बनमनखी अनुमंडल की कुछ पंचायतों के लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है। डीएम ने बताया कि कोसी में संभावित बाढ़ के खतरे को देखते हुए बनमनखी में 11 रिलीफ  केन्द्र खोले गये हैं जिनमें चार सेंटर पूरी तरह  से तैयार है ताकि पड़ोसी मधेपुरा जिले से भागने वाले लोगों को शरण दिया जा सके। इन केन्द्रों में कम से कम दस हजार लोगों के रहने की व्यवस्था की गई है। पूर्णिया के एडीएम समेत सभी प्रशासनिक पदाधिकारी वहां कैम्प कर रहे हैं जबकि जिला मुख्यालय में डीडीसी और एसडीओ स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्णिया इस खतरे से बाहर है पर फिर भी सतर्क रहने की जरूरत  है। डीएम श्री सिंह ने बताया कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी तैयारियां कर ली गई हैं। संबंधित विभागों के सभी अधिकारियों को अलर्ट करते हुए नहरों व तटबंधों की सुरक्षा और कमजोर नहरों को जोड़ने का काम तेजी से करने का निर्देश दिया गया है।  उन्होंने बताया कि जिले में कुल 242 नाव की व्यवस्था सुनिश्चत कर ली गई है। सभी प्रखंडों में अधिकारियों को वायरलेस के जरिये सतर्कता बरतने और मुस्तैद रहने की  सूचना दे दी गई है।
इधर केन्द्रीय जल आयोग कार्यालय के अनुसार, नेपाल के बराह क्षेत्र से हर आधे घंटे पर पानी छोड़ा जा रहा है। रविवार को 1 बजे 1लाख 25 हजार 300 क्यूसेक और डेढ़ बजे 1 लाख 23 हजार 500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।

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