मरांडी के कुनबों से त्रस्त होकर भाजपा का दामन थामा
देवरी प्रतिनिधि। झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी एवं उनके कुनबों के फरमान से त्रस्त होकर पार्टी के पांच विधायकों ने झाविमो से नाता तोड़ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित साह, नितिन गडकरी एवं प्रदेश...
देवरी प्रतिनिधि। झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी एवं उनके कुनबों के फरमान से त्रस्त होकर पार्टी के पांच विधायकों ने झाविमो से नाता तोड़ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित साह, नितिन गडकरी एवं प्रदेश अध्यक्ष रवीन्द्र राय के समक्ष भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
जमुआ के विधायक चंद्रिका महथा ने दिल्ली से गुरुवार को इस प्रतिनिधि से बातचीत में यह खुलासा किया। कहा कि पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व के आक्रामक रवैये के खिलाफ एक दो दिनों के अंदर इसी दल के पांच और विधायक भाजपा का दामन थाम लेंगे।
उन्होंने झाविमो सुप्रीमो मरांडी के क्रियाकलापों से ऊब जाने की भी बातें कही। कहा कि अब भाजपा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं के साथ मिल बैठकर क्षेत्र का विकास करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। भाजपा एक अच्छी पार्टी है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित सभी नेताओं में देश व प्रदेश का विकास करने का जज्बा है। विधायक माहथा के भाजपा में शामिल होने पर क्षेत्र के कई कद्दावर नेताओं एवं समर्पित कार्यकर्ताओं ने कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया।
पूर्व विधायक केदार हाजरा ने कहा कि वर्तमान विधायक यदि पार्टी में शामिल हुए हैं तो उनका स्वागत है। बता दें कि साल 2010 के विधानसभा चुनाव में जमुआ विस क्षेत्र से जहां झाविमो प्रत्याशी चंद्रिका महथा को करीब 46 हजार वोट से जीत हासिल हुई थी, वहीं भाजपा के तत्कालीन विधायक केदार हाजरा को करीब बीस हजार वोट मिले थे। निकटतम माले के सत्यनारायण दास को करीब 28 हजार वोट मिले थे।