साढ़े चार करोड़ से बनेगा दूध उत्पादन केन्द्र: डीएम
सासाराम। हिन्दुस्तान संवाददाता। कैमूर पहाड़ी पर बसे गांवों में रहने वाले आदिवासियों के लिए चार करोड़ 36 लाख रुपये की लागत सुधा दूध उत्पादन केन्द्र खुलेगा। आदिवासी सहकारिता समिति बनाकर व्यवसाय...
सासाराम। हिन्दुस्तान संवाददाता। कैमूर पहाड़ी पर बसे गांवों में रहने वाले आदिवासियों के लिए चार करोड़ 36 लाख रुपये की लागत सुधा दूध उत्पादन केन्द्र खुलेगा। आदिवासी सहकारिता समिति बनाकर व्यवसाय करेंगे।
मार्केटिंग सुधा करेगी। उक्त बातें जिलाधिकारी संदीप कुमार आर पुडकलकट्टी ने कही। वे गुरुवार को ओझा टाउन हाॠल में कल्याण विभाग द्वारा अनुसूचित जनजाति व अन्य परम्परागत वन निवासी (वन अधिकारों की मान्यता) संशोधन नियम 2012 के कार्यान्वयन को ले आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे।
कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए डीएम ने कहा कि सुधा दूध उत्पादन के न्द्र खोलने के लिए प्रपोजल सरकार को भेजा गया है। इसके खुलने से आदिवासी समाज का आर्थिक उत्थान होगा। डीएम ने आदिवासियों को आश्वास्त करते हुए कहा कि उन्हें सभी कल्याणकारी व विकास योजनाओं का लाभ मिलेगा।
पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली एवं सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं के अलावा कल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी मुहैया कराया जाएगा। आदिवासी बहुल क्षेत्र में विकास शिविर लगाए जाएंगे। शिविर में आदिवासियों को सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के तरीकों की जानकारी दी जाएगी।
उन्होंने क्षेत्र के विकास में आदिवासी समुदाय के लोगों से भी सहयोग करने की अपील की। कार्यशाला में आदिवासियों ने डीएम के समक्ष अपनी समस्याएं रखीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिला कल्याण पदाधिकारी सुरेन्द्र राम ने वन के अधिकारों की मान्यता संशोधन नियम 2012 के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम में रेंजर अरविंद कुमार वर्मा, सासाराम, शिवसागर व चेनारी के सीओ तथा पूर्व मुखिया सुग्रीव खरवार, राजेश कुमार समेत सैकड़ों आदिवासी मौजूद थे।