नक्सली बंदी का रहा मिलाजुला असर
फतेहपुर। संवाददाता। प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के बिहार बंद का फतेहपुर में मिलाजुला असर रहा। सड़कों पर वाहनों की आवाजाही काफी कम दिखी। हालांकि बाजार पर बंदी का असर नहीं दिखा। पूर्व की तरह...
फतेहपुर। संवाददाता। प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के बिहार बंद का फतेहपुर में मिलाजुला असर रहा। सड़कों पर वाहनों की आवाजाही काफी कम दिखी। हालांकि बाजार पर बंदी का असर नहीं दिखा। पूर्व की तरह बाजारों की सभी दुकानें खुली रही। बंद को लेकर पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से चौकस रही। सीआरपीएफ, कोबरा, एसटीएफ और जिला पुलिस मंगलवार से ही नक्सल इलाकों में गश्त करती रही। आमस ए.सं. के अनुसार एक दिनी बंदी का असर मिलाजुला रहा। जीटी रोड पर काफी कम संख्या में वाहनों का परिचालन रहा।
यात्री बसों के नहीं चलने से यात्रियों को काफी परेशानी हुई। बाजार और सरकारी दफ्तर अन्य दिनों के तरह खुले रहे। बांकेबाजार से ए.सं. के अनुसार बंद का असर प्रखंड क्षेत्र मंे दिखा। शेरघाटी-इमामगंज मुख्य मार्ग पर बड़े वाहन नहीं चले। गुरुआ ए.सं. के अनुसार बुधवार को गुरुआ बाजार बंद रही। सड़कों पर बड़े वाहनों का परिचालन ठप रहा। नक्सलियों की बंदी का असर छोटे वाहनों पर नहीं पड़ा। बाजार में फुटपाथी दुकानें भी खुलीं रहीं। बाराचट्टी ए.सं. के अनुसार बाराचट्टी एवं मोहनपुर सड़क पर व्यापक असर रहा।
बंद को लेकर बाराचट्टी, मोहनपुर सड़क पर वाहनों की आवाजाही प्रभावित रही। क्षेत्र के बाराचट्टी, शोभ, भदेया, शिवगंज, भलुआ, डंगरा, इटवां, मोहनपुर आदि बाजार खुले रहे। बाराचट्टी एवं मोहनपुर के तीनो पेट्रोल पंप बंद रहे। गुरारू सं.सू. के अनुसार गुरारू, मथुरापुर, रौना बजार पूरी तरह से बंद रही। एक भी यात्री वाहन नहीं चले। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। पुलिस गश्त तेज कर दी गई थी।