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रिम्स नियमावली तैयार, अगले कैबिनेट में होगा पास: राजेंद्र

रांची। प्रमुख संवाददाता। स्वास्थ्य सह उर्जा मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा है कि रिम्स नियमावली का प्रारूप तय हो गया है। कुछ त्रुटि के कारण उसे इस कैबिनेट में नहीं रखा जा सका। अगले कैबिनेट में...

रिम्स नियमावली तैयार, अगले कैबिनेट में होगा पास: राजेंद्र
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 11 Jul 2014 12:43 AM
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रांची। प्रमुख संवाददाता। स्वास्थ्य सह उर्जा मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा है कि रिम्स नियमावली का प्रारूप तय हो गया है। कुछ त्रुटि के कारण उसे इस कैबिनेट में नहीं रखा जा सका। अगले कैबिनेट में उसे पास करा लिया जाएगा।

राज्य में एम्स की स्थापना के लिए दुमका, बोकारो, देवघर व रांची में जमीन तलाश कर उसकी जानकारी केंद्र को भेज दी गई है। डॉक्टरों के एनपीए व डीएसीपी मामले में भी कार्रवाई चल रही है, यह मामला अब स्वास्थ्य मंत्री के हवाले है हम जब तक हैं, उसे पूरा करके रहेंगे।

स्वास्थ्य मंत्री गुरुवार को रिम्स ऑडिटोरियम में रीजनल इंस्टीटय़ूट ऑफ ऑप्थेलमोलॉजी के शिलान्यास को लेकर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे। गुरुवार को मंत्री ने 70 करोड़ के चार भवनों के निर्माण का शिलान्यास किया।

जिसमें रिजनल इंस्टीट्यूट ऑफ ऑप्थेलमोलॉजी, रिम्स का प्रशासनिक भवन, स्टेडियम, इनडोर स्टेडियम, हेल्थ क्लब व स्वीमिंग पुल शामिल है। मंत्री ने कहा कि निर्माण की राशि रिम्स को दे दी गई है। एक माह में निर्माण प्रारंभ हो जाएगा। अगला शिलान्यास हैलीपैड का होगा।

संयुक्त सचवि बीके मिश्रा ने कहा कि डॉक्टरों की समस्या का समाधान शीघ्र होगा। डायरेक्टर डॉ एसके चौधरी ने मंत्री का आभार व्यक्त किया। उनहोंने कहा कि मंत्री की तत्परता के कारण ही रिम्स में यह सब संभव हो पाया है। डीन सह आई डिपार्टमेंट के एचओडी प्रो. डॉ एसएन चौधरी ने कहा 2006 में ही क्षेत्रीय नेत्र चिकित्सा संस्थान डिक्लियर किया गया था, मेरी अभिलाषा थी कि संस्थान की शुरुआत मेरे जीवन काल में हो जाए। इस कार्य के लिए मैं मंत्री जी का मरते दम तक आभारी रहूंगा।

कार्यक्रम का संचालन कर रहे डॉ शीतल मलुआ ने महज दो पंक्तियों में डॉक्टरों की भावना प्रकट कर दी - जब जरूरत थी चमन को लहू हमने दिया, अब बहार आई तो कहते हो तुम्हारी जरूरत नहीं। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है, संस्थान में जिस गति से निर्माण कार्य चल रहा है, उसी तत्परता से मरीज, डॉक्टर व कर्मियों के हितों का भी खयाल रखा जाएगा। नर्सिग कॉलेज के लिए मंत्री से गुहारकार्यक्रम की समाप्ति के बाद नर्सिग कॉलेज की प्रिंसिपल ने मंत्री से कॉलेज की मान्यता बचाने का अनुरोध किया।

उन्होंने कहा कि फैकल्टी के अभाव में कॉलेज की मान्यता संकट में है। कहा कि हर वर्ष इंडियन नर्सिग काउंसिल कालेज की मान्यता को रिन्यू करता है। इस बार अभी तक उसके ऑनलाइन लिस्ट में कॉलेज का नाम नहीं चढ़ा है।

क्या बदले जाएंगे ये शिलापट्ट? रिम्स में गुरुवार को किए गए चार भवनों के शिलान्यास के लिए चार शिलापट्ट भी लगाए गए। चारों शिलापट्ट में अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में सांसद रामटहल चौधरी व विधायक रामचंद्र बैठा एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में स्वास्थ्य सचवि बीके त्रिपाठी का नेमप्लेट लगा था लेकिन कार्यक्रम में ये लोग मौजूद नहीं थे।

ट्रॉमा सेंटर के उद्घाटन का भी लगा था शिलापट्टः रिम्स में चार भवनों के निर्माण के साथ साथ ट्रॉमा सेंटर व सेंट्रल इमरजेंसी के शिलान्यास के शिलापट्ट भी लगाए गए थे। लेकिन ऐन वक्त पर पता चला कि ट्रॉमा सेंट के शिलापट्ट में डीन तो डॉ एसएन चौधरी हैं ही, निदेशक के नाम की जगह भी डॉ एसएन चौधरी का नाम दर्ज कर दिया गया। मामला पकड़ में आने के बाद उस शिलापट्टा को अविलंब हटा दिया गया। ं।

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