फोटो गैलरी

Hindi Newsकिसे चुनेंगे युवा वोटर, मैदान में उनका नहीं कोई साथी

किसे चुनेंगे युवा वोटर, मैदान में उनका नहीं कोई साथी

इलाहाबाद, वरिष्ठ संवाददाता। आमतौर पर हमउम्र लोगों के बीच ही दोस्ताना संबंध होता है। जिले में सबसे अधिक संख्या 29 साल तक के मतदाताओं की है। इस उम्र का कोई भी प्रत्याशी अभी मैदान में नहीं उतरा।...

किसे चुनेंगे युवा वोटर, मैदान में उनका नहीं कोई साथी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 13 Apr 2014 11:02 PM
ऐप पर पढ़ें

इलाहाबाद, वरिष्ठ संवाददाता। आमतौर पर हमउम्र लोगों के बीच ही दोस्ताना संबंध होता है। जिले में सबसे अधिक संख्या 29 साल तक के मतदाताओं की है। इस उम्र का कोई भी प्रत्याशी अभी मैदान में नहीं उतरा। बहुसंख्य मतदाता किसकी तरफ आकर्षित हो रहे हैं इसका आकलन करने में भी प्रत्याशियों को काफी मुश्किल हो रही है।

सभी बारह विधान सभा क्षेत्रों में सबसे अधिक 11.67 लाख मतदाता 20 से लेकर 29 साल के हैं। 19 साल तक के टीनएजर मतदाताओं की संख्या भी लगभग एक लाख है। इस आयु वर्ग के युवाओं की सोच अलग है। यह कॅरियर संवारने की उम्र होती है। इसलिए 29 साल तक उम्र के लोग अपनी उम्र के लोगों से खुलकर बात करना पसंद करते हैं। इस आयु वर्ग के मतदाताओं को राजनीति भी कम रास आती है। अगर कोई युवा प्रत्याशी मैदान में होता तो इनका रुझान चुनाव की तरफ होता क्योंकि छात्रसंघ के चुनाव में इसी आयु वर्ग के लोग ही प्रत्याशियों का टेम्पो हाई करते हैं।

उनको लगता है अपने बीच का ही व्यक्ति चुनाव लड़ रहा है। संख्याबल में दूसरे नम्बर पर हैं 30 से 39 साल तक मतदाता। इनकी संख्या 9.86 लाख है। इस श्रेणी में केवल फूलपुर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी मोहम्मद कैफ ही हैं। उनकी उम्र 33 साल है। संख्या के मामले में तीसरे स्थान पर हैं 40 से 49 साल तक के मतदाता हैं। इस आयु वर्ग के प्रत्याशियों में इलाहाबाद सीट से कांग्रेस प्रत्याशी नंद गोपाल गुप्ता (नंदी), फूलपुर सीट के बसपा प्रत्याशी कपिल मुनि करवरिया व भाजपा प्रत्याशी केशव प्रसाद मौर्य हैं।

सबसे अधिक प्रत्याशी 50 से लेकर 70 साल तक के हैं। इस आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या तो कम है लेकिन इस आयु वर्ग के प्रत्याशी ही मैदान में अधिक हैं। फूलपुर के सपा प्रत्याशी धर्मराज पटेल, इलाहाबाद सीट की बसपा प्रत्याशी केशरी देवी, इस सीट के भाजपा प्रत्याशी व सपा प्रत्याशी सांसद रेवतीरमण की उम्र 50 साल से अधिक है। इसलिए मैदान में उतरे अधिक उम्र के प्रत्याशियों को युवा मतदाताओं को रिझाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें