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गरीबों के बच्चों का पालन-पोषण करेगी सरकार

बच्चों के पुनर्वास के होंगे प्रयास, सर्वे से होगा चयन सेक्स वर्कर्स के बच्चों भी होंगे लाभ पाने के हकदार परिवार के कम से कम दो बच्चों को मिलेंगे 500-500 रुपए हर बच्चों को 500 रुपए की धनराशि देने की...

गरीबों के बच्चों का पालन-पोषण करेगी सरकार
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 24 Sep 2013 01:04 AM
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बच्चों के पुनर्वास के होंगे प्रयास, सर्वे से होगा चयन सेक्स वर्कर्स के बच्चों भी होंगे लाभ पाने के हकदार परिवार के कम से कम दो बच्चों को मिलेंगे 500-500 रुपए हर बच्चों को 500 रुपए की धनराशि देने की तैयारी अमरोहा राहुल शर्माखुद और परिवार का पेट भरने की खातिर मासूम बच्चों होटल और ढाबों पर प्लेट नहीं धोएंगे। मुफलिसी की वजह से बच्चों को कूड़ा बीनने पर भी मजबूर नहीं होना पड़ेगा। प्रदेश सरकार ऐसे बच्चों के पालन-पोषण के लिए स्पांसरशिप एंड फॉस्टर केयर कार्यक्रम शुरू करने जा रही है।

इस योजना में सेक्स वर्करों के बच्चों भी शामिल किए जाएंगे। सर्वे के बाद ऐसे बच्चों की सूची बनेगी जिन्हें गरीबी की वजह से पढ़ाई छोड़नी पड़ी है। यह फैसला 9 मई 2013 को सर्वोच्च न्यायालय की ओर दिए गए आदेशों के क्रम महिला एवं बाल विकास विभाग ने किया है। विभाग ने समेकित बाल संरक्षण योजना के तहत बेघर बच्चों को परिवार देने की योजना बनाई है। स्पांसरशिप एंड फॉस्टर केयर कार्यक्रम के संचालन के अनुमोदन समिति बनेगी। महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव कामिनी चौहान रतन के मुताबिक समिति का सबसे पहला कार्य ऐसे बच्चों का चहि्न्किरण होगा।

इसके बाद उनका पुनर्वास किया जाएगा। जो बच्चों परिवार के साथ रह रहे हैं उनकी शिक्षा व पालन पोषण के लिए 500 सौ रुपए प्रतिमाह बतौर प्रोत्साहन राशि दिए जाएंगे। आय से मापी जाएगी परिवार की गरीबीयोजना के तहत बच्चों के चयन का आधर परिवार की आय होगी। शहरी क्षेत्र में 25 हजार 546 रुपए और ग्रामीण क्षेत्र में 19 हजार 884 रुपए की वार्षिक आय वाले परिवारों के बच्चों को इसका लाभ मिलेगा। परिवारों को गोद दिए जाएंगे बच्चों योजना के तहत ऐसे बच्चों को परिवारों को गोद दिया जाएगा जो उनके पालन पोषण के लिए तैयार होंगे।

इसके लिए हर बच्चों के लिए 750 रुपए प्रतिमाह दिए जाएंगे। समिति पदाधिकारी हर तीन माह में परिवारों तक पहुंचकर बच्चों की स्थिति भी परखेंगे। इसकी रिपोर्ट शासन को भी भेजी जाएगी। योजना के संचालन के लिए समिति गठित की जा रही है। इसमें जिला प्रोबेशन अधिकारी अध्यक्ष तथा बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष, संरक्षण अधिकारी, प्रतिनिधि विशेषज्ञ के अलावा डीएम द्वारा नामित दो स्वयंसेवी सदस्य होंगे। -मनोज यादव, जिला समाज कल्याण/प्रोबेशन अधिकारी।

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