इण्टरनेशनल एयरपोर्ट बनने का रास्ता साफ
वरिष्ठ संवाददाता गोरखपुर। गोरखपुर एयरपोर्ट को अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा दिलाने का रास्ता साफ होते नजर आ रहा है। टर्मिनल के विस्तार के लिए पूर्व में चल रही कोशिशें तेज हो गईं हैं। मंगलवार को...
वरिष्ठ संवाददाता गोरखपुर। गोरखपुर एयरपोर्ट को अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा दिलाने का रास्ता साफ होते नजर आ रहा है। टर्मिनल के विस्तार के लिए पूर्व में चल रही कोशिशें तेज हो गईं हैं। मंगलवार को भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण के सहायक महाप्रबंधक आर्किटेक्ट श्री पुनियार गोरखपुर आ रहे हैं।
बुधवार को टर्मिनल के विस्तार और नई बिल्डिंग के निर्माण के लिए प्रस्तावित जगह का सर्वे कर वह गुरुवार को अपनी रिपोर्ट दिल्ली में प्राधिकरण के समक्ष पेश करेंगे। गोरखपुर एयरफोर्स स्टेशन परिसर में ही भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण का एयरपोर्ट है। मौजूदा समय यहॉं से सप्ताह में पॉंच दिन (सोम से शुक्र) जेट एयरवेज कि फ्लाइट दिल्ली से गोरखपुर आती है।
यही फ्लाइट वापस गोरखपुर से दिल्ली जाती है। मण्डल में अप्रवासी भारतीयों की संख्या अच्छी खासी होने के कारण काफी दिनों से मांग गोरखपुर से बैंकाक, सिंगापुर, मलेशिया और काठमाण्डू को हवाई सेवा से जोड़ने की है। कोलकाता, मुम्बई, मद्रास सहित देश के अन्य प्रमुख शहरों के लिए भी फ्लाइट की मांग रही है। गोरखपुर एयरपोर्ट को अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने में सबसे बड़ी दिक्कत टर्मिनल और कस्टम का न होना है। स्थानीय एयरपोर्ट अधिकारियों ने इस समस्या से भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण दिल्ली को कई बार पत्र लिखकर अवगत कराया। कुशीनगर के सांसद और केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं गैस राज्यमंत्री आरपीएन सिंह ने इस पहल को और तेज किया।
आरपीएन सिंह ने पिछले दिनों टर्मिनल के विस्तार और कस्टम की व्यवस्था के लिए नागरिक उड्डयन विभाग के सचिव डॉ. एसएनए जैदी से मुलाकात कर बात की। जैदी ने तत्काल प्राधिकरण के एजीएम पुनियार को निर्देश दिया कि वह गोरखपुर जाकर टर्मिनल के विस्तार और कस्टम व्यवस्था का सर्वे कर रिपोर्ट उन्हें सौंपे ताकि गोरखपुर एयरपोर्ट को अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट लायक बनाया जा सके।