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10 से 12 फीसदी लोगों में गंभीर ‘स्मार्टफोन एडिक्शन’

क्या आप बिना जरूरत के भी हर वक्त मोबाइल स्क्रीन पर कुछ न कुछ करते रहते हैं? अगर ऐसा है तो हो सकता है कि आप स्मार्टफोन के एडिक्टेड हो गए हों। दुनिया भर में जिस तेजी से स्मार्टफोन की मार्केट का विस्तार...

10 से 12 फीसदी लोगों में गंभीर ‘स्मार्टफोन एडिक्शन’
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 27 Nov 2014 04:11 PM
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क्या आप बिना जरूरत के भी हर वक्त मोबाइल स्क्रीन पर कुछ न कुछ करते रहते हैं? अगर ऐसा है तो हो सकता है कि आप स्मार्टफोन के एडिक्टेड हो गए हों। दुनिया भर में जिस तेजी से स्मार्टफोन की मार्केट का विस्तार हो रहा है उसी तेजी से लोगों में इसकी लत बढ़ती चली जा रही है।

अमेरिका स्थित सेंटर फॉर टेक्नोलॉजी एंड इंटरनेट एडिक्शन ने हाल में ऑनलाइन सर्वे कराया है, जिसमें सामने आया है कि 90 फीसदी स्मार्टफोन यूजर जरूरत से कहीं अधिक फोन से चिपके रहते हैं। इनमें 10 से 12 फीसदी लोग ‘स्मार्टफोन एडिक्शन’ के शिकार मिले। ऐसे लोगों को अपनी आदतों में सुधार लाने की बात कही गई है।

1000 लोगों से लिए 15 सवालों के जवाब
सेंटर फॉर टेक्नोलॉजी एंड इंटरनेट एडिक्शन के निदेशक डॉ. डेविड ग्रीनफील्ड ने बताया कि उनकी टीम ने हाल में ही 1000 हजार अमेरिकी स्मार्टफोन यूजर्स से फोन पर बात करके 15 सवालों के जवाब मांगे। इसमें लोगों ने जो जवाब दिए वह हैरान करने वाले थे। सुबह सोकर उठने से रात में बिस्तर पर जाने तक लोगों को उनका फोन पास मिलना चाहिए। डॉ. डेविड ने कहा कि यह बात किसी जमाने में धूम्रपान करने वालों की जो स्थिति थी, वैसी ही आजकल स्मार्टफोन यूजर्स की हो गई है।  उन्होंने बताया कि सर्वे में 10 से 12 फीसदी लोग ऐसे थे जिनमें गंभीर ‘स्मार्टफोन एडिक्शन’ पाया गया।

75% लोग ड्राइविंग के वक्त मैसेज करते हैं
डॉ. डेविड ने बताया कि सर्वे में शामिल लोगों में से 98 फीसदी लोगों का मानना था कि ड्राइविंग करते वक्त मोबाइल पर मैसेजिंग करना खतरे से खाली नहीं है, लेकिन इन्हीं में से 75 फीसदी लोगों ने यह स्वीकार किया कि वे कार चलाते वक्त स्मार्टफोन पर मैसेजिंग भी करते हैं। डॉ. डेविड ने कहा कि यह बिल्कुल शराब पीकर गाड़ी चलाने जैसा ही खतरनाक है।

डॉ. डेविड ने ‘स्मार्टफोन एडिक्शन’ की जांच करने के लिए दस बिंदु तैयार किए हैं
क्या हाथ में घड़ी पहने होने के बाद भी आप मोबाइल पर वक्त देखते हैं?
टीवी देखते वक्त आप पत्नी से कहते हैं कि वह आपका मोबाइल फोन कहीं दूर रख दे?
क्या आप किसी ऐसी जगह पर भी ईमेल का जवाब  स्मार्टफोन पर लिखना नहीं भूलते जहां नेटवर्क ही न हो? क्या आप घर से बाहर निकलते वक्त बच्चाों से यह कहते हैं कि प्लीज मुङो मैसेज करके भी याद दिला देना कि तुम्हारी कॉपी लानी है?

जब चौराहे की रेडलाइट पर रुकना आपको बुरा लगता हो और इस झुंझलाहट में आप स्मार्टफोन से फेसबुक पर कमेंट डालते हों।
आपका बच्चा आपकी कोई पेंटिंग बनाए और उसमें आपके हाथों में मोबाइल भी हो।
सुबह उठते ही आंखें खोलने के साथ ही मोबाइल स्क्रीन पर देखने लग जाते हों।
रात में जब आप बिस्तर पर लेटे हों और तेज नींद के चलते अचानक मोबाइल फोन आपके हाथों से छूटकर आपके चेहरे या बिस्तर पर गिरे।

जब आप पहनने के लिए ऐसे कपड़ों की तलाश करने लगें जिसमें स्मार्टफोन के लिए पॉकेट बेहतर हो। जब आप मोबाइल में अपनी खींची हुई तस्वीरों को बार-बार निहारें, जबकि आपके आसपास कोई सा वाकया गुजर रहा हो।

स्मार्टफोन की बिक्री में 65 प्रतिशत की बढ़ोतरी
सर्वे एजेंसी काउंटरपॉइंट रिसर्च के मुताबिक भारत में 2014 की तीसरी तिमाही में स्मार्टफोन की बिक्री 65 फीसदी बढ़कर 2.35 करोड़ यूनिट्स पर पहुंच गई है। जुलाई-सितंबर, 2013 अवधि में स्मार्टफोन की बिक्री 1.4 करोड़ यूनिट की थी।

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