आप के चुनाव न लड़ने से कांग्रेस को मिली राहत
आम आदमी पार्टी (आप) के दिल्ली के बाहर कोई चुनाव नहीं लड़ने के ऐलान से कांग्रेस ने राहत की सांस ली है। पार्टी रणनीतिकार मानते हैं कि आप के चुनाव नहीं लड़ने से कांग्रेस को सियासी तौर पर फायदा मिल सकता...
आम आदमी पार्टी (आप) के दिल्ली के बाहर कोई चुनाव नहीं लड़ने के ऐलान से कांग्रेस ने राहत की सांस ली है। पार्टी रणनीतिकार मानते हैं कि आप के चुनाव नहीं लड़ने से कांग्रेस को सियासी तौर पर फायदा मिल सकता है। इन दोनों राज्यों में अक्तूबर में चुनाव होने हैं। लोकसभा चुनाव में हार के बाद हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर आशंकाएं जताई जाने लगी थी।
पर उत्तराखंड उप चुनाव में सभी तीन सीटों पर जीत से कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ा है। आप से इस ऐलान से भी कांग्रेस खुश है। पार्टी के एक नेता ने कहा कि यह अच्छा संकेत हैं। अनुसूचित जाति और जनजाति अमूमन कांग्रेस का वोट बैंक है, पर आप के चुनाव मैदान में उतरने से एससी/एसटी मतदाताओं का एक बड़ा तबका आप के उम्मीदवारों के समर्थन करता है।
ऐसे में आम आदमी पार्टी दिल्ली के अलावा कोई और विधानसभा चुनाव नहीं लड़ती है, तो मौजूदा स्थिति में यह कांग्रेस के लिए कुछ हद तक फायदेमंद साबित होगा। इससे सेकुलर वोट का बंटवारा रुकेगा, जिसका सीधा फायदा कांग्रेस और गठबंधन को मिलेगा। हरियाणा और महाराष्ट्र में कांग्रेस और भाजपा में सीधा मुलाबला है। इन दोनों राज्यों में लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। ऐसे में पार्टी को उम्मीद है कि एनडीए सरकार के कामकाज के प्रति लोगों की नाराजगी से भी उसे फायदा होगा।