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पाक का रुख सख्त, दो आतंकवादियों को दी फांसी

पाकिस्तान में दो आतंकियों, अकील उर्फ डॉक्टर उस्मान और अरशद महमूद को शुक्रवार रात फैसलाबाद जिला जेल में फांसी दे दी गई। इससे पहले उनकी फांसी से जुड़ी सारी कानूनी प्रक्रियाएं तेजी से पूरी की गईं।...

पाक का रुख सख्त, दो आतंकवादियों को दी फांसी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 20 Dec 2014 10:32 AM
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पाकिस्तान में दो आतंकियों, अकील उर्फ डॉक्टर उस्मान और अरशद महमूद को शुक्रवार रात फैसलाबाद जिला जेल में फांसी दे दी गई। इससे पहले उनकी फांसी से जुड़ी सारी कानूनी प्रक्रियाएं तेजी से पूरी की गईं।

उस्मान आर्मी मेडिकल कॉर्प्स का पूर्व सैनिक था जो 2009 में पाकिस्तान सेना के रावलपिंडी स्थित मुख्यालय पर हमले का दोषी करार दिया गया था। महमूद पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ पर हत्या के इरादे से हमले का दोषी था। पेशावर में स्कूल पर तालिबान के बर्बर हमले के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने फांसी पर स्वघोषित पाबंदी समाप्त करने का एलान किया था। इसके बाद सरकार की ओर से कहा गया कि पहले चरण में 17 आतंकियों की फांसी दी जाएगी। उस्मान और महमूद उन्हीं 17 आतंकियों में शामिल थे।

उस्मान और महमूद फैसलाबाद सेंट्रल जेल में रखे गए थे। उन्हें वहीं फांसी दिए जाने की बात कही गई थी। लेकिन आखिरी वक्त में उन्हें भारी सुरक्षा के बीच अलग अलग वाहनों में सेंट्रल जेल से फैसलाबाद जिला जेल ले जाया गया। इससे पहले उस्मान की उसके भाई से मुलाकात करा दी गई थी। यह भी बता दिया गया कि उस्मान को फांसी देने के बाद उसका शव उसके भाई को सौंपा जाएगा। महमूद को भी उसके परिजनों से मिला दिया गया था।

सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ ने गुरुवार रात उस्मान व महमूद के मौत के वारंट पर हस्ताक्षर किए थे। इसके बाद उनकी फांसी में कोई कानूनी अडम्चन बाकी नहीं रह गई थी। रावलपिंडी सेना मुख्यालय पर हमले के दौरान उस्मान को घायल हालत में पकड़ा गया था। बाद में उसे फांसी की सजा सुनाई गई थी। जबकि महमूद उन पांच लोगों में शामिल था, जिन्हें 2003 में मुशर्रफ पर हमले के लिए मौत की सजा सुनाई गई थी। हमले में मुशर्रफ बच गए थे, लेकिन 15 लोग मारे गए थे।

आठ हजार लोगों को दी जानी है फांसी
अधिकारियों ने बताया कि उस्मान और महमूद के बाद दूसरे चरण में 45 लोगों को मौत की सजा दी जाएगी। इसके बाद आखिरी चरण शुरू होगा। इस तरह आठ हजार से अधिक सजायाफ्ता कैदियों को फांसी दी जानी है। सिर्फ पाकिस्तानी पंजाब की जेलों में ही 5815 कैदी हैं जिन्हें मौत की सजा सुनाई गई है। इनमें से करीब 100 आतंकी हैं। गृहमंत्री चौधरी निसार अली खान ने कहा था कि तीन से चार दिन में मौत की सजा देनी शुरू की जाएगी। उस्मान और महमूद से इसकी शुरुआत हो चुकी है।

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