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सरकारी स्कूल में चार वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म

बाहरी दिल्ली के पूठकलां गांव के सर्वोदय कन्या विद्यालय में पढ़ने वाली चार साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने एक नाबालिग को पकड़ा है। इस मामले में पुलिस नाबालिग से जानकारी जुटा रही...

सरकारी स्कूल में चार वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 01 Sep 2014 10:45 AM
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बाहरी दिल्ली के पूठकलां गांव के सर्वोदय कन्या विद्यालय में पढ़ने वाली चार साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने एक नाबालिग को पकड़ा है। इस मामले में पुलिस नाबालिग से जानकारी जुटा रही है।

पुलिस के अनुसार घटना मंगलवार की है। इस मामले में पकड़ा गया नाबालिग एक मजदूर है। वह पिछले कुछ दिनों से स्कूल में चल रहे मरम्मत कार्य में काम कर रहा था। पुलिस ने पीडित बच्ची की मां के बयान के आधार पर अपनी छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार बच्ची ने मंगलवार को स्कूल से घर लौटने के बाद अपनी मां को पेट में पिछले कुछ घंटे से दर्द होने की बात बताई। शुरू में मां ने इसे एक सामान्य मानते हुए बच्ची को दवाई दे दी। जब कुछ देर बाद बच्ची का दर्द बढ़ने लगा तो मां बच्ची को डॉक्टर के पास ले गई।

प्रधानाचार्य ने मिलने से मना किया: डॉंक्टर ने जांच के बाद पीडित बच्ची की मां को बताया कि बच्ची के साथ किसी ने दुष्कर्म किया है। घटना की जानकारी मिलने के बाद बच्ची की मां दूसरे दिन स्कूल पहुंची लेकिन प्रधानाचार्य ने उससे मिलने से मना कर दिया। इसके बाद पीडिता की मां स्थानीय पुलिस के पास शिकायत लेकर पहुंची। पुलिस ने शिकायत मिलते ही बच्ची का मेडिकल करवाया जिसमें दुष्कर्म की पुष्टि हो गई।

स्कूल में कोई चौकीदार नहीं होता: स्कूल से जुड़े कुछ अधिकारियों ने बताया कि स्कूल की सुरक्षा के लिए कागजों में तो कई चौकीदार दिखाए गए हैं लेकिन वे आज तक कभी स्कूल की सुरक्षा में तैनात नहीं दिखे। दिल्ली सरकार के दिशा-निर्देश के तहत कन्या विद्यालय में सुरक्षा के तहत चौकीदार की तैनाती अनिवार्य बताई गई है लेकिन यहां कई ऐसी अहम चीजों को नजरअंदाज किया जा रहा है।

सीसीटीवी काम नहीं करते
स्कूल में छात्राओं की सुरक्षा के लिए जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, लेकिन इनमें से ज्यादा कैमरों में रिकॉर्डिंग की सुविधा नहीं है। स्कूल के एक अधिकारी ने बताया कि स्कूल प्रांगण में लगे सभी कैमरों से केवल स्कूल पर नजर रखी जा सकती है। इनके जरिए रिकॉर्डिग नहीं हो पाती है। जबकि जांच के लिए सीसीटीवी में रिकॉर्डिंग होना जरूरी है।

पुलिस की भूमिका संदिग्ध
स्कूल में पढ़ने वाली अन्य छात्राओं के अभिभावकों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। अभिभावकों के अनुसार कन्या विद्यालय के आसपास पीसीआर वैन की तैनाती होनी चाहिए लेकिन पिछले कुछ महीने से स्कूल के आसपास न तो स्कूल चलते समय पीसीआर वैन की तैनाती होती है और न ही कोई पुलिस कर्मी यहां गश्त लगाता है।

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