फोटो गैलरी

Hindi Newsचांदनी चौक की गलियों में ट्रांम चलाने की तैयारी

चांदनी चौक की गलियों में ट्रांम चलाने की तैयारी

चांदनी चौक की गलियों में फिर से ट्रांम चलाने के तैयारियां तेज हो गई है। ट्रांम को बनाने से लेकर चलाने तक का जिम्मा दिल्ली मेट्रो के पास होगा। इससे ट्रांम लाने की प्रक्रिया को तेज किया जा सकेगा। लोक...

चांदनी चौक की गलियों में ट्रांम चलाने की तैयारी
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 30 Jul 2014 09:43 PM
ऐप पर पढ़ें

चांदनी चौक की गलियों में फिर से ट्रांम चलाने के तैयारियां तेज हो गई है। ट्रांम को बनाने से लेकर चलाने तक का जिम्मा दिल्ली मेट्रो के पास होगा। इससे ट्रांम लाने की प्रक्रिया को तेज किया जा सकेगा। लोक निर्माण विभाग ने इस मसौदे पर सहमति जता दी है। लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता दिनेश कुमार ने बताया कि मेट्रो ने दिल्ली में मेट्रो का जाल बिछाया है और यह कामयाब रहा है। इस नेटवर्क में मेट्रो एक्सपर्ट है, इसलिए यह काम मेट्रो को देने की सिफारिश की गई है। इस योजना के लिए जल्द ही मेट्रो विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करेगी।

चांदनी चौक में जन मंदिर से लेकर 15 मीटर का एक विशेष ट्रेक तैयार किया जाएगा। इस ट्रेक पर ही ट्रांम चलाने की तैयारी हे। इसके बाद 6-6 मीटर के दो कैरिज वे होंगे। जहां पर आवश्यक वाहन, आपात कालीन वाहन और बिना मोटर के चलने वाले वाहन चल सकेंगे। इस मार्ग मोटर से चलने वाले वाहनों को अनुमति नहीं होगी। इस व्यवस्था को लागू करने के लिए लोक निर्माण विभाग ने कार्य की शुरुआत भी कर रही है। इसके पहले चरण में एक कॉरिडोर की बिजली, पानी, सीवर समेत अन्य लाइनों को भूमिगत करने का काम शुरू किया गया है।

कहां है ट्रांम की तैयारी
ट्रांम चलाने की योजना को यूटीपैक की हरी झंडी मिल गई है और इसकी मदद से पहले चरण में ट्रांम के पहले 1.3 किलोमीटर का होगा और फ्तेहपुरी मस्जिद से जन मंदिर के बीच होगा। पहले चरण के बाद बाकि इलाकों व आसपास के मेट्रो स्टेशन से भी इसको जाेड़ा जाएगा। इसका रूट प्लान बनाने का जिम्मा डीएमआरसी को सौंपा गया है। विभिन्न एजेंसियों के बीच तालमेल रखा जा सके। इसके लिए जल्द ही एक विशेष कॉडिनेशन कमेटी गठित की जाएगी।

क्या है चांदनी चौक मार्ग का ट्रांम प्लान
-    योजना के मुताबिक  7.5 मीटर का कैरिज वे होगा, जहां ट्रांम भी होगी
-    7.5 मीटर का हिस्सा पैदल  यात्रियों के लिए ही प्रयोग किया जा सकेगा
-    साइकिल रिक्शा के लिए अलग से पार्किग का प्रावधान होगा
-    7.5 मीटर का हिस्सा एनएमवी व आपातकालीन वाहनों के लिए होगा
 
कैसे उठा मामला
चांदनी चौक में 60 के दशक तक ट्रांम गाड़ी चलाई गई है। मामले को स्वत: संज्ञान में लेते हुए उपराज्यपाल ने इस क्षेत्र की ऐतिहासिकता बनाए रखने और ट्रांम को वापस लाए जाने के प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए कहा था।  इसी आदेश पर लोक निर्माण विभाग ने रिपोर्ट तैयार की है और यूटीपैक की मंजूरी के लिए रखा। जहां से इसे मंजूरी दी गई है। 

पहले चरण में क्या है योजना
चांदनी चौक को चमकाने के लिए 40 करोड़ की धनराशि मंजूरी की जा चुकी है। इस के तहत 20 जगहों पर बिजली, पानी, टेलोफोन समेत अन्य सेवाओं की लाइनों को अंडर ग्राउंड करने पर काम शुरू किया गया है। इन जगहों पर खुदाई करके जांच की जा रही है कि यहां काम किस प्रकार और कितने चरण में पूरा किया जा सकता है। इसकी विस्तृत रिपोर्ट एमसीडी ने तैयार की थी और फरवरी 2013 में इस प्रोजेक्ट को लोक निर्माण विभाग को सौंपा गया था।

क्या है ट्रांम का इतिहास
दिल्ली में 1963 तक ट्रांम गाड़ियां पुराने शहर चांदनी चौक की शान रही हैं। इससे 6 मार्च 1908 में विक्ट्री लॉड हार्डिग लेकर आए थे। पहले यह सड़क के बीच में चलती थी और इस बार योजना बनाई जा रही है कि इसे फुटपाथ के साथ - साथ चलाया जाएगा।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें