भारत का अपना सर्वर विकसित करेगी सरकार
देश में साइबर सुरक्षा के लिए प्रतिबद्धता जताते हुए सरकार ने शुक्रवार को कहा कि वह भारतीय सर्वर विकसित करने के बारे में विचार कर रही है। संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राज्यसभा...
देश में साइबर सुरक्षा के लिए प्रतिबद्धता जताते हुए सरकार ने शुक्रवार को कहा कि वह भारतीय सर्वर विकसित करने के बारे में विचार कर रही है। संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान कहा कि साइबर हमलों की कई कोशिशें की गईं और उन्हें सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया गया।
प्रसाद ने कहा कि सरकार साइबर सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और भारतीय सर्वर विकसित करने के बारे में विचार किया जा रहा है। देश की आबादी एक अरब से अधिक है और जाहिर है कि ऐसे में इंटरनेट का उपयोग करने वालों की संख्या भी कम नहीं है, लेकिन समस्या यह है कि देश के पास अपना सर्वर नहीं है।
संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा कि भारतीय सर्वर विकसित करने पर विचार किया जा रहा है और इस सिलसिले में संभावना टटोली जा रही है। भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) से मिली सूचना के अनुसार, 30 सितंबर 2014 की स्थिति के मुताबिक इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या 25.44 करोड़ है। दिसंबर तक यह आंकड़ा बढ़कर 30 करोड़ हो जाने की उम्मीद है। ऐसा होने पर भारत चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा इंटरनेट सब्सक्राइबर बेस बन जाएगा।
उन्होंने कहा कि देश को डिजिटल रूप से सशक्त समाज और एक ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था में बदलने के लिए डिजिटल इंडिया कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसका उद्देश्य राजमार्ग ब्रॉडबैंड, मोबाइल कनेक्टिविटी तक पहुंच, सार्वजनिक इंटरनेट तक पहुंच, ई शिक्षा, ई गवर्नेस और इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण पर अधिक ध्यान देना है।