डिस्चार्ज स्लिप में लड़की को लड़का लिख दिया
सिविल सर्जन डा. पुष्पा बिश्नोई ने कहा कि सिविल अस्पताल में प्रसव के समय और उसके पश्चात भी कोई बच्चा नहीं बदला। उन्होंने कहा कि पालम बिहार निवासी संजय और उनकी पत्नी शहनाज को यदि कोई संसय है, तो वे...
सिविल सर्जन डा. पुष्पा बिश्नोई ने कहा कि सिविल अस्पताल में प्रसव के समय और उसके पश्चात भी कोई बच्चा नहीं बदला। उन्होंने कहा कि पालम बिहार निवासी संजय और उनकी पत्नी शहनाज को यदि कोई संसय है, तो वे डीएनए टेस्ट करा सकते हैं। उन्होंने कहा कि सोमवार को जब दम्पत्ति अस्पताल से छुट्टी लेकर घर गए, तो काम के दबाव में ड्यूटी पर उपस्थित डॉक्टर ने डिस्चार्ज स्लिप में लड़की को लड़का लिख दिया। उन्हें इसी बात से संसय हो गया।
पालम विहार निवासी संजय ने अपनी पत्नी शहनाज को 25 अप्रैल को जिला अस्पताल में दाखिल कराया। उसी दिन दोपहर में शहनाज ने बच्चा को जन्म दिया। सोमवार को अस्पताल से छुट्टी कर दी गयी, तो उन्हें घर जाकर पता चला कि बच्चा लड़का नहीं लड़की है। हालांकि उनका कहना था कि उन्हें लड़का होने की जानकारी दी गई थी। उन्होंने सोमवार को ही अस्पताल पहुंच का शोर मचाया, जिस पर सीएमओ ने जांच के आदेश दिए थे।
मंगलवार को मिली जांच रिपोर्ट का हवाला देते हुए सीएमओ ने बताया कि नगर निगम को भेजे गए दस्तावेज व अस्पताल के सभी दस्तावेज में लड़की के पैदा होने की बात दर्ज है। सिर्फ जल्दबाजी मे डिस्चार्ज स्लिप में लड़का दर्ज हो गया। इसकी जानकारी संजय और उनकी पत्नी को दे दी गई। डाक्टरों का भी सावधानी के साथ काम करने की सलाह दी गई है।