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इच्छा मृत्यु के विरोध में एम्स के चिकित्सकों का प्रस्ताव

इच्छामृत्यु को लेकर चल रही बहस के बीच एम्स के विशेषज्ञों ने इसे नकारते हुए नए कानून का प्रस्ताव तैयार किया है। इसे एंड ऑफ लाइफ नाम दिया गया है। इसमें कहा गया है कि ऐसे मरीज, जो गंभीर हो और लंबे समय...

इच्छा मृत्यु के विरोध में एम्स के चिकित्सकों का प्रस्ताव
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 23 Jul 2014 10:39 PM
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इच्छामृत्यु को लेकर चल रही बहस के बीच एम्स के विशेषज्ञों ने इसे नकारते हुए नए कानून का प्रस्ताव तैयार किया है। इसे एंड ऑफ लाइफ नाम दिया गया है। इसमें कहा गया है कि ऐसे मरीज, जो गंभीर हो और लंबे समय से दर्द झेल रहे हों और जिनके बचने की उम्मीद न हो, उन्हें उनके जीवन के अंतिम क्षणों में बेहतर इलाज दिया जाए और देखभाल की जाए ताकि उनके मन में इच्छा मृत्यु की इच्छा न रहे और उनकी स्वाभाविक मृत्यु हो।
 
एम्स की डॉ. सुषमा भटनागर कहती हैं कि स्वाभाविक मौत हर किसी का अधिकार है, इसलिए डॉक्टर या मरीज की इच्छा पर मृत्यु नहीं दी जा सकती। कैंसर विभाग में अंतिम अवस्था में पहुंचे अधिकांश मरीज चिकित्सक से मरने जाने की इच्छा जाहिर करते हैं लेकिन पैलिएटिव केयर (बेहतर देखभाल ) के जरिए उन्हें बीमारी में भी बेहतर जिंदगी दी जा सकती है।

बिहार से आए फेफड़े के कैंसर के मरीज दीनाराम के बारे में डॉ. सुषमा ने बताती हैं कि उसके जीने की उम्मीद लगभग खत्म हो गई थी। पैलिएटिव सेंटर में इलाज के दौरान उसकी बीमारी से जुड़ी कई परेशानियों को काफी हद तक कम किया गया। इससे उसमें मरने की इच्छा खत्म हो गई।

डॉ. सुषमा के मुताबिक नए कानून के जरिए गंभीर मरीजों के इलाज के लिए अलग नीति बनाने की सिफारिश की गई है। इसमें तीन चरण के इलाज के जरिए मरीज की इच्छा मृत्यु की इच्छा को ही खत्म किया जा सकता है। कैंसर विभाग के प्रमुख डॉ. जीके रथ ने बताया प्रस्तावित कानून के जरिए गंभीर बीमारी से लंबे समय से जूझ रहे मरीजों के इलाज की सुविधाओं का अधिक बेहतर किया जाएगा।

क्या हैं प्रमुख सुझव
-गंभीर बीमारी से ग्रस्त लंबे समय तक आईसीयू में भर्ती मरीजों के लिए वकल्पि व्यवस्था की जाए
- धीरे-धीर इलाज की दवाएं या फिर कीमोथेरेपी की मात्रा कम की जाए
-मरीज के ऐसे दर्द या जख्म के इलाज को अधिक महत्व दिया जाए, जिससे वह परेशान है
-हर अस्पताल में पैलिएटिव केयर सेंटर शुरू किया जाए, जहां गंभीर बीमारी के शिकार मरीजों का ही इलाज हो

एम्स में शुरू होगा पैलिएटिव केयर कोर्स
पैलिएटिव कोर्स के लिए एम्स में तीन सीटों पर पीजी कोर्स की शुरूआत की जाएगी। कोर्स को मंजूरी मिल चुकी है। पैलिएटिव केयर कोर्स के जरिए गंभीर और लाइलाज बीमारी से जूझ रहे मरीजाें का विशेष इलाज करने के लिए अधिक विशेषज्ञों को तैयार किया जा सकेगा।

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