उत्तर प्रदेश: मनरेगा अब बनेंगे लेबर ग्रुप
मनरेगा में अब मजदूरों का समूह बनाया जाएगा। यह समूह एक साथ काम की मांग कर सकता है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में जागरूकता बढ़ाने के लिए 10-15 अकुशल श्रमिकों के समूह...
मनरेगा में अब मजदूरों का समूह बनाया जाएगा। यह समूह एक साथ काम की मांग कर सकता है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में जागरूकता बढ़ाने के लिए 10-15 अकुशल श्रमिकों के समूह बनाने की योजना है। इन समूहों के बनाने की शुरुआत पिछड़े ब्लॉकों (आईपीपीई ब्लॉक) से होगी।
यूपी में 403 पिछड़े ब्लॉक हैं, जहां पर सरकारी योजनाओं को बढ़ाने की जरूरत है। विशेषज्ञों की सलाह के बाद लेबर ग्रुप बनाने का फैसला लिया गया है। माना जाता है कि समूह में शक्ति होती है और सामूहिक काम में गुणवत्ता भी बेहतर निकल कर आती है।
लिहाजा, अकुशल श्रमिक जब संगठित होकर काम करेंगे तो उन्हें भी अपने अधिकारों के बारे में पता चलेगा। योजना के तहत 10-15 जॉब कार्ड होल्डरों का एक समूह बनाया जाएगा लेकिन इसमें वही लोग लिए जाएंगे जिन्होंने पिछले वर्ष कम से कम 10 दिन काम किया हो। हर समूह के दो लीडर होंगे एक महिला और एक पुरुष। ये समूह एक साथ मोबाइल एप के जरिए काम की मांग कर सकेगा।
समूहों को जागरूक बनाने का काम भारत निर्माण, पंचायती विभाग, स्वयं सेवी समूह व ब्लॉक नियोजन टीम के सदस्य आदि करेंगे। समूह हर हफ्ते एक बैठक करेगा जिसमें अगले हफ्ते के लिए काम की मांग दर्ज करने, पिछले हफ्ते किए गए काम का मूल्यांकन, भुगतान हुआ या नहीं हुआ आदि पर चर्चा करेगा। हर ग्राम पंचायत पर हर महीने इन समूहों की बैठक होगी जहां पर ये अपनी समस्याएं बताएंगे।
इस योजना को पहले देश के 2500 आईपीपीई ब्लॉकों में लागू करने का फैसला लिया गया है। यदि योजना सफल रही तो इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा।