फोटो गैलरी

Hindi News6 जिलों से विदा होंगी पुरानी ईवीएम

6 जिलों से विदा होंगी पुरानी ईवीएम

उत्तर प्रदेश के निर्वाचन कार्यलयों में रखीं 1989-90 मॉडल की ईवीएम मशीनें कंपनी को सौंपने का फैसला प्रशासन ने लिया है। बुंदेलखंड के महोबा, हमीरपुर और झांसी सहित प्रदेश के 16 जनपदों के जिला निर्वाचन...

6 जिलों से विदा होंगी पुरानी ईवीएम
एजेंसीFri, 14 Nov 2014 11:30 AM
ऐप पर पढ़ें

उत्तर प्रदेश के निर्वाचन कार्यलयों में रखीं 1989-90 मॉडल की ईवीएम मशीनें कंपनी को सौंपने का फैसला प्रशासन ने लिया है। बुंदेलखंड के महोबा, हमीरपुर और झांसी सहित प्रदेश के 16 जनपदों के जिला निर्वाचन कार्यालयों के गोदामों में वर्ष 1989-90 मॉडल की इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) सौंपने की कवायद शुरू कर दी गई है। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश के बाद मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश ने बीईएल कंपनी की हजारों ईवीएम मशीनें कंपनी को तत्काल सौंपने की हरी झंडी दी है।

हमीरपुर की जिलाधिकारी संध्या तिवारी ने ईवीएम प्रभारी एवं लघु सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता टी. एम. फारुखी को चिट्ठी लिखकर बीईएल कंपनी (उत्तराखंड) की ईवीएम नंबरों की जांच करने के निर्देश दिए हैं।

जानकारी के मुताबिक, निर्वाचन आयोग ने पुराने मॉडल की सभी ईवीएम कंपनी को सौंपने के लिए निर्देश जारी किए हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अतीक अहमद सिद्दिकी ने झांसी, जालौन, हमीरपुर, महोबा, आगरा, मैनपुरी, बदायूं, कुशीनगर, देवरिया, हरदोई, गोंडा, अलीगढ़, शाहजहांपुर, संतकबीरनगर, सीतापुर व लखनऊ के आला अधिकारियों को पत्र लिखकर 1989-90 मॉडल की ईवीएम बीईएल को सौंपने का आदेश दिया है।

आयोग के सूत्रों के मुताबिक, आगरा में एक ईवीएम (सीयू) कंपनी को वापस भेजी जाएगी, जबकि मैनपुरी में बीयू-2, सीयू-5, महोबा में बीयू-42, सीयू- 51, बदायूं में बीयू-59, कुशीनगर में बीयू-9, सीयू-16, देवरिया में बीयू-1, सीयू-25, जालौन में बीयू-111, सीयू-60, हरदोई में बीयू-27, सीयू-34 और गोंडा में बीयू-1 और सीयू-11 बीईएल कंपनी को वापस सौंपी जाएगी। इसके अलावा हमीरपुर जिले के निर्वाचन कार्यालय के गोदाम में रखीं बीयू-198 व सीयू-238 कंपनी को भेजी जाएंगी।

सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी के मुताबिक, इन जनपदों के अलावा अलीगढ़, हमीरपुर, शाहजहांपुर, संतकबीरनगर, झांसी, सीतापुर व लखनऊ में इस तरह की मॉडल की बड़ी तादाद में ईवीएम गोदाम में रखी है जो अपने करीबी जनपदों से कम तादाद में रखी ईवीएम को ट्रक के जरिए कंपनी के पास वापस भिजवाएंगे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें