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अस्तित्वविहीन थी रामगढ़ में पकड़ी गई तीन कंपनियां

वेस्ट बोकारो के टाटा कोलियरी से 5600 ट्रक कोयला की चोरी मामले में जिन तीन कंपनियों पर एफआईआर की गई है, उनका कोई अस्तित्व ही नहीं है। मां भद्रकाली ट्रेडिंग, राशि ट्रेडिंग और दक्षिणेश्वरी सेल्स 2011-12...

अस्तित्वविहीन थी रामगढ़ में पकड़ी गई तीन कंपनियां
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 20 Jul 2014 10:07 PM
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वेस्ट बोकारो के टाटा कोलियरी से 5600 ट्रक कोयला की चोरी मामले में जिन तीन कंपनियों पर एफआईआर की गई है, उनका कोई अस्तित्व ही नहीं है। मां भद्रकाली ट्रेडिंग, राशि ट्रेडिंग और दक्षिणेश्वरी सेल्स 2011-12 में ही बंद हो गई थी। पुलिस की शुरुआती छानबीन में पता चला है कि इन तीनों कंपनियों ने टाटा से उसी समय कारोबारी संबंध समाप्त कर लिए थे। ऐसे में इन तीनों कंपनियों के कागजात पर अभी तक कैसे कारोबार किया जा रहा था, यह एक बड़े घोटाले की ओर संकेत कर रहा है। इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने बताया कि इन कंपनियों में से एक के मालिक की वर्ष 2011 में ही मौत हो चुकी है। तीनों कंपनियों ने 2008 में कारोबार शुरू किया था और विपरीत परिस्थितियों का हवाला देकर तीनों ने कंपनी से संबंध विच्छेद कर लिया था।

बिहार वाणिज्यकर विभाग को हुआ ज्यादा नुकसान
पुलिस के मुताबिक यहां से इन कंपनियों के कागजात पर कोयले को बिहार ले जाया जा रहा था। न तो यह मामला अवैध खनन का है न ही कोयला के अवैध कारोबार का। यह विशुद्ध रूप से फर्जीवाड़ा है जिसमें कोयले की कम कीमत दिखाकर वाणिज्यकर विभाग को चूना लगाने का काम किया जा रहा था। इस मामले में शुरुआती तौर पर सेल टैक्स के कुछ अधिकारियों की भी भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस जल्द ही इसे लेकर उन अधिकारियों से पूछताछ कर सकती है।

रहेगी पैनी नजर: मीणा
वाणिज्यकर विभाग कोयले की चोरबाजारी पर अब पैनी नजर रखेगा। रामगढ़ के तीन कोयला कारोबारियों द्वारा बड़े पैमाने पर राजस्व की चोरी किए जाने का मामला प्रकाश में आने के बाद विभाग सतर्क हो गया है। वाणिज्यकर आयुक्त एमआर मीणा के अनुसार राजस्व चोरी के कई और मामले विभाग के सामने आए हैं, जिसकी जांच की जा रही है। वाणिज्यकर आयुक्त ने कहा कि विभाग ने अपना काम कर दिया है। अब आगे की कार्रवाई पुलिस को करनी है। तीनों कंपनियों ने चोरी से 5,600 ट्रक कोयले की बिक्री कर 2.66 करोड़ के राजस्व का चूना लगाया है। इन कंपनियों ने 3486 ट्रक कोयले का बिल बिहार में प्रवेश करने से पहले बदल दिया, जो कानूनन अपराध है। बिल में कोयले की दर घटाकर राजस्व की चोरी की गई है। इसके अलावा 5,600 ट्रक कोयला कहां से लाकर बेचा गया, यह भी जांच का विषय है।

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